भारतीय मूल की अमेरिकी गायिका और उद्यमी चंद्रिका टंडन को उनके एल्बम ‘त्रिवेणी’ के लिए प्रतिष्ठित ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। 67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स समारोह का आयोजन रविवार को लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो डॉट कॉम एरिना में हुआ, जहां उन्हें ‘बेस्ट न्यू एज, एंबियंट या चैंट एल्बम’ कैटेगरी में विजेता घोषित किया गया।
‘त्रिवेणी’ एल्बम का खास महत्व
चंद्रिका टंडन का यह एल्बम वैदिक मंत्रों को खास धुनों के साथ पेश करता है। ‘त्रिवेणी’ नाम गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम से प्रेरित है और इसमें बांसुरी व सेलो (एक वायलिन-समूह वाद्ययंत्र) की धुनों को मिलाया गया है। यह एल्बम आत्म-खोज और ध्यान को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है।
इंद्रा नूयी की बड़ी बहन हैं चंद्रिका
तमिल ब्राह्मण परिवार में जन्मी और चेन्नई में पली-बढ़ी चंद्रिका टंडन, पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी की बड़ी बहन हैं। उनके पिता बैंकर थे, जबकि मां संगीतकार थीं।
पहली बार बनीं ग्रैमी विजेता
चंद्रिका को इससे पहले 2009 में ‘सोल कॉल’ एल्बम के लिए ग्रैमी अवॉर्ड्स में नामांकित किया गया था, लेकिन इस बार वह अपने पहले ग्रैमी की हकदार बनीं।
करियर की शुरुआत न्यूयॉर्क से
- महज 24 साल की उम्र में चंद्रिका को न्यूयॉर्क की प्रतिष्ठित मैकेंजी एंड कंपनी से जॉब ऑफर मिला था।
- बाद में उन्होंने संगीत में गहरी रुचि लेते हुए अपने करियर को एक नई दिशा दी।
“संगीत हमारे भीतर की रोशनी जगाता है” – चंद्रिका टंडन
ग्रैमी जीतने के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए चंद्रिका ने कहा कि “यह अवॉर्ड मेरे लिए एक बड़े सम्मान की बात है। संगीत प्रेम है, यह हमारे भीतर की रोशनी जगाता है और हमारे सबसे अंधेरे दिनों में भी खुशी और हंसी फैलाता है।”