भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा का विवाद गहरा रहा है। अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर दोनों देशों की तल्खी किसी से नहीं छुपी है। भारत में आतंकवाद की घटनाओं में बार बार पाकिस्तान का नाम आया है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ऐसा मौका आया है, जब भारत और पाकिस्तान दोनों एक ही प्लेटफॉर्म पर खड़े दिख रहे हैं।
Iran को भारत का मौन समर्थन
ईरान के परमाणु सुरक्षा व्यवस्था पर अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी और फ्रांस ने निंदा प्रस्ताव दिया है। लेकिन भारत ने इस मामले में कोई स्टैंड नहीं लिया। विदेश मंत्री अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) में मौजूद थे। लेकिन भारत ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। इससे पहले पाकिस्तान ने भी यही किया था। ईरान के खिलाफ प्रस्ताव में पाकिस्तान वोटिंग से अलग रहा।
Iran ने कहा, बदलेगी परमाणु नीति
दरअसल, पूरा बवाल शुरू तब हुआ है जब ईरान ने अपनी परमाणु नीति में बदलाव का ऐलान किया है। ईरान ने अपने परमाणु संयंत्रों की निगरानी कर रहे 27 कैमरों को हटाने का निर्णय लिया। जबकि 40 कैमरे लगे रहेंगे। अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, फ्रंस आदि देशों को इस पर आपत्ति है। लेकिन रूस-यूक्रेन मुद्दे के बाद लगातार यह दूसरा मौका है जब भारत ने अमेरिका का साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं दिया है।