पीएम के लक्षद्वीप दौरे के बाद मालदीव व भारत के बीच तनाव की स्थिति बन गई थी, दरअसल पीएम के लक्षद्वीप जाने पर मालदीव ने भारत विरोधी टिप्पणी की थी, जिसके बाद भारत में भी मालदीव का विरोध किया गया है लाखों की संख्या में मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आई। हालांकि भारत विरोधी टिप्पणी करने वाला मालदीव बैकफुट पर आ गया है।
मालदीव के राष्ट्रपति जल्द आएंगे भारत
गुरुवार को मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने एस जयशंकर से मुलाकात की। इस दौरान मालदीव व भारत के बिगड़ते रिश्ते पर बात की। इसके साथ ही उन्होंने दुबारा ऐसी गलती नहीं करने का आश्वासन भी दिया। मूसा ने कहा कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भी जल्द ही भारत दौरे पर आएंगे।
‘मालदीव को कर्ज संकट से निपटने में मदद करें भारत‘
मालदीव द्वारा पीएम को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर मूसा जमीर ने कहा कि यह दोबारा नहीं होगा। इसके अवाला राष्ट्रपति के चीन दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद पहले भारत दौरे पर आने वाले थे लेकिन फिर चीन चले गए। लेकिन वो जल्द ही भारत आएंगे और हमारे रिश्ते बेहतर होंगे। उन्होंने कहा मैं नहीं मानता चीन के साथ कोई मिलिट्री समझौता होगा। उन्होंने साफ किया कि हम कोई भी विदेशी सेना अपने देश में नहीं चाहते। हमने भारत से मांग की है कि मालदीव को कर्ज संकट से निपटने में मदद करें। मालदीव की अर्थव्यवस्था के लिए भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखना जरुरी है।