आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में राजनीतिक संकट गहरा हो गया है। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने की बात सामने आ रही है। उनके खिलाफ विद्रोह इस कदर आगे बढ़ चुका है कि आंदोलनकारियों ने राजपक्षे का सरकारी आवास ही कब्जे में कर लिया है।
आर्मी-पुलिस से झड़पें हुई आम
श्रीलंका में मौजूदा स्थिति ऐसी हो गई है कि आम लोगों की अपनी ही पुलिस और आर्मी से झड़पें आम हो गई हैं। रोजमर्रा की गतिविधियां ठप हो गई हैं। एजुकेशन से लेकर अस्पताल तक में ताला लट गया है। महंगाई इतनी बढ़ चुकी है कि लोगों ने खाना कम कर दिया है। मई में जो महंगाई 39.1% थी, वो जून में बढ़कर 54.6% हो गई है। अगर सिर्फ खाद्य महंगाई को देखें तो मई में जो 57.4% थी, वो जून में बढ़कर 80.1% हो गई है।
सबसे बड़ा आर्थिक संकट
आजादी के बाद सबसे बड़ा आर्थिक संकट झेल रहे श्रीलंका के लोगों के पास जरुरत का सामान भी नहीं है। या तो सामान मिल नहीं रहा या फिर इतना महंगा मिल रहा है कि कोई उसे अफोर्ड नहीं कर पा रहा है।