विशाखापत्तनम : आंध्र प्रदेश की खूबसूरत तटरेखा पर बसा शहर विशाखापत्तनम 21 जून 2025 को एक ऐतिहासिक आयोजन का गवाह बनने जा रहा है। इस दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 2.5 लाख लोग एक साथ योग करेंगे, जिसके साथ एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करने की तैयारी है। इस भव्य आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे, और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू भी इस कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं।
रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारियां जोरों पर
यह आयोजन 2023 में सूरत में स्थापित 1.53 लाख लोगों के रिकॉर्ड को तोड़ने का लक्ष्य रखता है। विशाखापत्तनम के आरके बीच से भिमुनिपट्टनम तक 26.5 किलोमीटर के क्षेत्र में यह कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें 127 कम्पार्टमेंट बनाए जाएंगे। प्रत्येक कम्पार्टमेंट में कम से कम 1,000 प्रतिभागी होंगे, और उनकी देखभाल के लिए मेडिकल टीमें और स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे।
आंध्र प्रदेश सरकार ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। विशाखापत्तनम कलेक्टर एम.एन. हरेंद्र प्रसाद ने बताया कि 1.24 लाख प्रतिभागी मुख्य सड़क पर होंगे, जबकि बाकी को अन्य स्थानों पर व्यवस्थित किया जाएगा।
योग को जीवन का हिस्सा बनाने की पहल
मुख्यमंत्री नायडू ने इस आयोजन को ‘योगांध्र-2025’ अभियान का हिस्सा बताते हुए कहा कि राज्य में योग को स्कूल पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसके तहत स्कूलों में सुबह एक घंटे की योग कक्षाएं शुरू की जाएंगी, और योग-थीम पर गीत, निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। विजेताओं को विशाखापत्तनम के मुख्य आयोजन में भाग लेने का मौका मिलेगा।
नायडू ने यह भी घोषणा की कि राज्य भर में 2 करोड़ लोगों को योग से जोड़ने का लक्ष्य है। इसके लिए मंदिरों, पर्यटन स्थलों और होटलों में विशेष योग केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इस साल के आयोजन का थीम है ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’।
योग का वैश्विक महत्व
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत 2014 में संयुक्त राष्ट्र ने की थी, जिसका प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा था। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि मानसिक शांति और तनाव प्रबंधन में भी मदद करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, योग गैर-संचारी रोगों जैसे डायबिटीज और हृदय रोग को रोकने में प्रभावी है।
पिछले वर्षों में भी भारत ने योग दिवस के जरिए विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं। 2023 में सूरत में 1.53 लाख लोगों ने एक साथ योग करके रिकॉर्ड बनाया था, और अब विशाखापत्तनम इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए तैयार है।
एक नई पहचान की ओर
यह आयोजन न केवल एक रिकॉर्ड बनाने का प्रयास है, बल्कि आंध्र प्रदेश को योग के क्षेत्र में वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाने की दिशा में भी एक कदम है। सरकार ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और अन्य प्रमुख रिकॉर्ड संगठनों को इस आयोजन को प्रमाणित करने के लिए आमंत्रित किया है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने लोगों से इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने की अपील की है। आप भी इस पहल से जुड़ें और योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं!