साहिबाबाद (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज साहिबाबाद में सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (सीईएल) के ग्रीन डाटा सेंटर के भूमि पूजन और शिलान्यास के दौरान एक साहसिक बयान दिया। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस और आकाश जैसी मिसाइलें, जिनके लिए सीईएल ने महत्वपूर्ण उपकरण उपलब्ध कराए, पाकिस्तान में सफलतापूर्वक टेस्ट की गई हैं और अब ये दुनिया भर में विश्वसनीय मानी जाती हैं। यह दावा उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला देते हुए किया, जो 2019 में भारत की एक गोपनीय सैन्य कार्रवाई थी, जिसमें इन मिसाइलों ने पाकिस्तानी लक्ष्यों पर सटीक प्रहार कर क्षेत्रीय शक्ति संतुलन को प्रभावित किया।
ब्रह्मोस, एक भारत-रूस संयुक्त उपक्रम की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, अपनी मच 2.8 की गति और 300 किलोमीटर की मारक क्षमता के लिए जानी जाती है, जबकि आकाश, एक स्वदेशी मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, 45 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। डिफेंस स्टडीज जर्नल (2023) में प्रकाशित एक पीयर-रिव्यूड अध्ययन के अनुसार, इन मिसाइलों ने भारत की निवारक क्षमता को मजबूती प्रदान की है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा में इनका महत्व बढ़ गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सीईएल की सराहना की, जो एक समय घाटे में चल रही थी और अब मुनाफे में लौट आई है। कंपनी ने भारत सरकार को 21 करोड़ रुपये के लाभांश के रूप में चेक सौंपा, जो उसके स्वर्ण जयंती समारोह के समापन का प्रतीक है। योगी ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2070 तक नेट-जीरो के संकल्प और उत्तर प्रदेश के 20,000 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य से जोड़ा। ग्रीन डाटा सेंटर की स्थापना को इस दिशा में एक मजबूत कदम बताया गया, जो सौर मॉड्यूल और अन्य नवाचारों के माध्यम से रोजगार सृजन और तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देगा।
कार्यक्रम में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने घोषणा की कि नोएडा में आईआईटी के अंदर देश की पहली क्वांटम यूनिट और लखनऊ के निकट एक बायोटेक्नोलॉजी पार्क स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, सीईएल और मल्टी इंफ्रा के बीच 200 मेगावाट सौर मॉड्यूल के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, जो उत्तर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक कदम है।
मुख्य मंत्री ने पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास पर प्रकाश डाला, जहां राज्य की अर्थव्यवस्था ढाई गुना बढ़ी है और छह करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि राज्य की छवि में सकारात्मक बदलाव आया है, और अब निवेशकों का भरोसा बढ़ते 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों से स्पष्ट है, जिसमें से 15 लाख करोड़ रुपये पहले ही उत्पादन से जुड़ चुके हैं।
इस समारोह में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा, राज्यमंत्री असीम अरुण, नरेंद्र कश्यप और सीईएल के सीएमडी चेतन प्रकाश जैन भी मौजूद थे। यह आयोजन न केवल सैन्य शक्ति और तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।