लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानपुर के शुभम द्विवेदी को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। यह हमला 22 अप्रैल 2025 को हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले को 2019 के बाद कश्मीर घाटी में नागरिकों पर सबसे घातक हमलों में से एक माना जा रहा है।
शुभम द्विवेदी, जो हाल ही में फरवरी 2025 में शादी के बंधन में बंधे थे, अपनी पत्नी के साथ पहलगाम में छुट्टियां मना रहे थे। उनके चचेरे भाई सौरभ द्विवेदी ने बताया कि आतंकियों ने लोगों के नाम और धर्म पूछकर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसमें शुभम को सिर में गोली लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी ने इस हमले को “कायरतापूर्ण” करार देते हुए शुभम के पिता संजय द्विवेदी से फोन पर बात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं।
इस घटना के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तान के साथ 1960 के सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और अटारी-वाघा बॉर्डर को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया। यह फैसला केंद्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया, जिसे सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक प्रमुख नेता और हिंदू संन्यासी हैं, इस घटना के बाद सुर्खियों में हैं। हालांकि, उनकी सरकार पर हाल ही में ओबीसी और एससी/एसटी समुदायों के लिए सरकारी नौकरियों में भेदभाव के आरोप भी लगे हैं, जिसके चलते उनकी प्रशासनिक नीतियों की आलोचना हो रही है।