Team Insider: पूर्णिया के एक युवा दंपति(Couple) जो कल तक काम की तलाश में दूसरें राज्यों में जाते थे। अब प्रधानमंत्री के मुद्रा योजना (Mudra Yojana), एमएसएमई योजना(MSME Scheme) और डिजिटल इंडिया(Digital India) जैसी योजनाओं से बना रहे अपना भविष्य।
डिजिटल मशिन से बन रहे गारमेंट्स
पूर्णिया के रहने वाले मनोज साह और उनकी पत्नी अंजलि डिजिटल मशीन द्वारा स्वेटर, टी शर्ट बना रहे हैं। पहले यह दोनों इस काम को मैनुअली करते थे। जिससे वह काफी कम उत्पादन कर पते थे। जिसके कारन वह अपने ग्राहकों की मांग को पूरा नहीं कर पाते थे। ग्राहकों की अधिक मांग की वजह से उन्होंने डिजिटल मशीन लगा लिए और बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू कर दिया। वहीं मनोज की माने तो पूंजी की कमी को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने पूरा कर दिया। जबकि डिजिटल इंडिया ने डिजिटल मशीन दिया और कच्चे माल भी आसानी से उपलब्ध होने लगा।
खुद के साथ दूसरों को भी दिया रोजगार
मनोज की पत्नि अंजलि कहती है कि पति के द्वारा मुद्रा लॉन लेने के बाद पैसे की कमी को पूरा करने के लिए एमएसएमई योजना से 15 लाख की राशि ली। जिससे उन्होंने कई नए मशीन खरीदें। जिससे पूर्णिया कमिश्नरी के बाजारों में इनके गारमेंट का अच्छा डिमांड होने लगा और कई लोगों को रोजगार भी मिला। बता दें की अब वह स्कूल ड्रेस के साथ मास्क और ऊनि कपड़ो को नए डिजाइन में बनाते है।
दूसरों के लिए रोजगार का साधन बने
कल तक दूसरों के लिए काम करने वाले इस दंपति के पास कुछ नहीं था। हलांकि आज उनके पास खुद की फैक्ट्री है। यहीं नहीं वह दूसरों को रोजगार देने का साधन भी बने। बता दें की यह संभव हुआ है इनके बेहतर प्रयास के साथ सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत बनाने के प्रयास से। जरूरत है इस दंपति के कार्यों से सिख लेने की। इनके जैसे और लोग भी आगे आए ताकि खुद के साथ हमारा देश भी आत्मनिर्भर बन सके।