विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए नीतीश कुमार लगातार प्रयास कर रहे हैं। जिसको लेकर वह विपक्ष के कई बड़े नेताओं से मिल चुके हैं। पिछले दिनों दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। अब इन मुलाकातों का कुछ नतीजा निकलता दिख रहा है। पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर स्थिति स्पष्ट होती नजर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैठक के लिए तारीख तय कर ली गई है। विपक्षी दलों की महाबैठक पटना में 12 जून को होगी। इस बैठक में 18 दलो के नेता शामिल हो सकते हैं।
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बैठक में तय होगी आगे की रणनीति
12 जून को विपक्ष की बैठक पटना में होगी। यह नीतीश की उस पहल की पहली सफलता मानी जा रही है, जिसमें वे केंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए सभी दलों को एक साथ लाना चाहते हैं। वहीं बैठक में यह दिखाने की कोशिश होगी कि विपक्ष एकजुट है। साथ ही बैठक में इस फार्मूले की भी चर्चा होगी कि विपक्षी दल कैसे सीटों का बंटवारा करें। पिछले महीने नीतीश कुमार ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर चुके हैं।
नीतीश कुमार शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के अलावा झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वामपंथी नेताओं सीताराम येचुरी और डी राजा से भी विपक्षी एकता पर चर्चा कर चुके हैं।