महागठबंधन एमएलसी चुनाव (MLC Elections) एक साथ लड़ेगी या नहीं पूछे जाने पर तेजस्वी यादव ने दिया बड़ा बयान कहा हम लोगों ने पहले से ही अपनी प्रत्याशीयों का चुनाव कर लिया हैं, और इसकी घोषणा भी हो चुकी है। जिसमें कि लेफ्ट पार्टियों के साथ सहमति थी। इसपर एक पत्रकार ने पूछा की कांग्रेस के साथ आपकी सहमति का क्या ? तो उन्होंने जवाब दिया कि हमने कांग्रेस को केंद्र में सपोर्ट दे रखा हैं।
कांग्रेस की तरफ इशारा
बिहार में अभी कोई चुनाव नहीं हैं, और ऐसी कोई पेशकश भी नही हुई हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि जब बिहार में उपचुनाव था तब हमलोग चाह रहे थे की एमएलसी और उपचुनाव वाले बाते तय हो जाए। साथ ही उन्होंने कांग्रेस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उनका उधर से क्या आया, क्या नहीं आया इस पर हम कुछ कहना नहीं चाहते।
महागठबंधन में क्या अब भी कड़वाहट
पत्रकारों ने पूछा क्या महागठबंधन के बिच क्या कड़वाहट अभी तक कायम है ? क्या आप कांग्रेस के साथ एमएलसी चुनाव नहीं लड़ेगे? इसपर तेजस्वी ने जवाब दिया कोई कड़वाहट नहीं है, असली कड़वाहट कि बात करे तो अब बाजपा 13 सीटों पर और नितीश 11 सीटों लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जहां की पहले वह लोग बराबर सीटों पर लड़ने वाले थे। साथ ही उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन के साथ मिलकर लड़ेगें या नहीं यह राष्ट्रीय अध्यक्ष तय करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा की हम लोगों ने पहले से ही तय किया था कि एमएलसी के चुनाव अपने दम पे लड़ेगे।
शिक्षकों की नई जिम्मेदारी
शिक्षकों की मिली नई जिम्मेदारी पर तेजस्वी ने कहा शिक्षक क्या क्या जिम्मेदारी उठाएगे। असली काम क्या हैं उनका। अगर वह शराब मफियाओं को पकड़ने लगे तो वह शिक्षक रहे नहीं और पुलिस क्या करेंगी शिक्षा देगी। पुलिस तो ऐसे ही अपराधियों को नहीं पकड पा रही हैं। बिहार में शिक्षक अब पुलिस बनेगे और पुलिस चोर होंगे। क्यूंकि असल में तस्करी तो बिना थाने के मिली भगत के हो नही पाती है। ऐसे में क्या शिक्षक पुलिस को पकड़ेगे समझने वाली बात हैं। शिक्षा स्तर बिहार में गिर चूका है और किसी भी सरकार में भविष्य सुधरने के लिए शिक्षक को उनका काम करने देना चाहिए।.