[Team insider] राज्य में दिन-प्रतिदिन बढ़ते क्राइम ग्राफ पर ब्रेक लगाने और अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर हर तरह की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जेल में बंद हर छोटे-बड़े अपराधियों कर हर गतिविधि पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। इसी कड़ी में रविवार देर रात रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार, धनबाद के नेतृत्व में मंडल कारा और चतरा मंडल कारा में औचक छापेमारी अभियान चलाया गया।
रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में रांची जिला प्रशासन और रांची पुलिस की टीम के द्वारा अचानक छापेमारी की गई। छापेमारी में रांची डीसी, एसएसपी, एसडीओ, कई डीएसपी, आठ थानेदार सहित 100 से अधिक जवानों को लगाया गया था, जेल में महिला बैरक की जांच के लिए अलग से महिला पुलिस कर्मियों को भी लगाया गया। रांची जेल के अंदर बंद सभी को कुख्यात अपराध कर्मियों के सेल को खंगाला गया। वहीं इस दौरान सभी जेलकर्मियों को बाहर रहने का ही निर्देश दिया गया।
धनबाद डीसी, एसएसपी के नेतृत्व में मंडल कारा का औचक निरीक्षण
उपायुक्त संदीप सिंह व एसएसपी शसंजीव कुमार के नेतृत्व में धनबाद मंडल कारा में औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान जेल के अंदर अलग-अलग टीमों में बंट कर पुलिस टीम ने हर वार्ड को खंगाला। निरीक्षण के दौरान एक कागज और एक पॉकेट डायरी बरामद की गई। कागज और पॉकेट डायरी में मोबाइल नंबर की सूची मिली।
विभिन्न वार्ड के निरीक्षण के दौरान बंदियो के पास से चार सेट पुराने ताश के पत्ते, एक पुरानी छोटी कैंची, एक पैक की हुई कैंची, खैनी की पुड़िया, एक कपड़ा बांधा हुआ चाकू, लोहे का काड़ा, माचिस, बिजली के तार सहित अन्य सामान बरामद किए गए। अधिकारियों ने मंडल कारा में लगे सीसीटीवी कैमरा कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर डॉक्टर कुमार ताराचंद, SDM प्रेम कुमार तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में पुलिस के जवान शामिल थे।
चतरा मंडल कारा से आपत्तिजनक सामान बरामद
वहीं चतरा मंडल कारा में भी डीसी और एसपी के संयुक्त नेतृत्व में सघन छापामारी अभियान चलाया गया। करीब 3 घंटे तक चले छापेमारी अभियान के दौरान जेल के विभिन्न वार्डों और सेलों से खैनी, 13 चुनौटी, माचिस व कील ठोंकने वाला लोहा, गुटका समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं। जिसके बाद जिला प्रशासन जेल में प्रतिबंधित सामान और वस्तुओं का उपयोग करने वाले कैदियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने में जुटी है। साथ ही इस बात की भी तस्दीक की जा रही है कि जेल में बंद अपराधियों व अन्य बंदियों तक आपत्तिजनक सामान पहुंचा कैसे ? जेल में सभी वार्डों व सेलों में सर्च अभियान रात करीब 10 बजे से करीब एक बजे तक चला। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से जेल प्रबंधन के साथ-साथ मंडल कारा में बंद बंदियों में हड़कंप मचा हुआ है।