बिहार में लम्बे समय के बाद कोरोना (Corona) की बंदिशे ख़त्म किये जाने का एलान किया गया है निश्चित रूप से करोना समाप्ति के बाद लोगों में उत्साह है। कृषि कानून (agricultural law) की वापसी के साथ किसानो को लेकर विवाद को थामने का प्रयास जारी है लेकिन बिहार के मंत्री और भाजपा नेता रामसूरत राय (Ramsurat Rai) ने एक बार फिर से किसानो के पक्ष में धरना करने वाले किसानो को माफिया और बिचौलिया बता दिया। भाजपा नेता ने कहा कि- एक सबसे बड़ी बात मैं कहना चाहूंगा कि किसान के पक्ष में कुछ चंद लोग धरना प्रदर्शन करते हैं वह किसान नहीं होता है। वह किसान रूपी माफिया होता है, बिचौलिया होते हैं मंडी बाजार के बिचौलिए होते हैं।
कोरोना पूर्ण रूप से समाप्त नहीं
ऐसे में हाजीपुर में बिहार सरकार के राजस्व मंत्री रामसूरत राय से जब कोरोना बंदिशों को लेकर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि हम सबों को अभी डरना चाहिए सोचना चाहिए क्योंकि कोरोना पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुआ है। एक लहर का समापन हुआ है फिर आने की संभावना हो सकती है। हम आग्रह करेंगे अपने समाज के भाइयों से बहनों से कि यह मानकर नहीं चलिए कि कोरोना समाप्त हो गया है मास्क लगाना है 2 गज की दूरी का पालन करना है हाथ धोना जरूरी है क्योंकि कोरोना डिफरेंट वेरिएंट्स में आते रहते हैं तो करोना से अपने बच्चों के लिए अपने भविष्य के लिए सुरक्षा बहुत जरूरी है हम सब को सजग रहना चाहिए।
गुलाटी मार दी
जब पोलिटिकल पार्टियों और नेताओ के पोलिटिकल इवेंट और कार्यक्रमों में सतर्कता बरतने का सवाल हुआ तो मंत्री जी ने अजब की गुलाटी मार दी। अपने ज्ञान से पलटी मारते हुए मंत्री जी कहने लगे की नेताओ को पोलिटिकल कार्यक्रम करते रहना चाहिए मालिक तो जनता है सब जनता को करना है यानी ये तो वही बात हो गई की आप करे तो लीला हम करे तो करेक्टर ढीला। वहीं बिहार के मंत्री और भाजपा नेता राम सूरत राय से असम के मुख्यमंत्री के उस बयान को लेकर जब सवाल हुआ, जिसमे उन्होंने राहुल गांधी को लेकर आपत्तिजनक टिपण्णी की थी तो रामसूरत राय ने असम के CM को मर्यादिय भाषा के इस्तेमाल और दायरे में रह कर बयान देने की सलाह दी। बयानबाजी किसी भी दल के नेता हो मर्यादित भाषा में करें उसको अपने अधिकार क्षेत्र में रखें तो बेहतर होगा।