अपने शिक्षण और सरल शैली के लिए मशहूर खान सर ने राजनीति से जुड़ी अटकलों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उन्हें 2025 में होने वाले चुनावों में कोई दिलचस्पी नहीं है। खान सर ने राजनीति में जाने की अफवाहों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि “मुझे बच्चों को पढ़ाने से फुर्सत नहीं है।
इसके अलावा खान सर ने बापू परीक्षा परिसर केंद्र में परीक्षा रद्द किए जाने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘परीक्षा केंद्र में गड़बड़ी जैसी घटनाएं निंदनीय हैं और इसे रोकने के लिए आयोग को सख्त कदम उठाने चाहिए। पारदर्शिता और छात्रों के हित में फैसले लेना आवश्यक है ताकि भविष्य में ऐसे मुद्दे न हों। मेरी प्राथमिकता छात्रों को पढ़ाना और उनकी शिक्षा को बेहतर बनाना है। मैं छात्रों की तैयारी और सफलता के लिए समर्पित हूं।’
इधर पॉलिटिक्ल एक्सपर्ट मानते हैं कि ‘खान सर का ये बयान उन छात्रों और प्रशंसकों के लिए स्पष्ट संदेश है, जो उनकी शिक्षण शैली को पसंद करते हैं। उनका फोकस पूरी तरह से शिक्षा और छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने पर है।’