स्वतंत्रता सेनानी जगलाल चौधरी की जयंती समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी दिल्ली से पटना पहुंचे। दिल्ली में चुनाव था और अपना मतदान कर राहुल गांधी सीधे पटना रवाना हुए। जगलाल चौधरी की जयंती के आयोजन को कांग्रेस पार्टी ने भव्य बनाने की पूरी कोशिश की। इसके लिए बिहार कांग्रेस ने पार्टी के सबसे बड़े नेता को बुलाया भी। लेकिन कार्यक्रम में जो कुछ हुआ वो अटपटा ही लगा। पहले तो राहुल गांधी जगलाल चौधरी का नाम लेने में चूक गए। उसके बाद सामने आया कि जिस जगलाल चौधरी की जयंती को लेकर इतना भव्य आयोजन हो रहा है, उनके बेटे भूदेव चौधरी को मंच पर जगह ही नहीं मिली।
बुजुर्ग और बीमार भूदेव मंच के पास बैठना चाहते थे, लेकिन उन्हें कुर्सी तक नसीब नहीं हुई। इससे वह बेहद आहत हुए। मीडिया से बातचीत में भूदेव चौधरी ने अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि “हमने मंच तक पहुंचने की कोशिश की थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। हमने उनसे कहा कि हम बुजुर्ग और बीमार हैं, जगलाल चौधरी के बेटे हैं। हमें मंच के पास बैठने के लिए एक कुर्सी दे दी जाए। लेकिन उन्होंने मना कर दिया और मंच पर जाने से रोक दिया। यह बेहद दुखद है कि अपने पिता की जयंती के कार्यक्रम में ही हम शामिल नहीं हो पाए। इसका दर्द हमेशा रहेगा।”
इसी कार्यक्रम में राहुल गांधी की एक चूक भी सुर्खियों में रही। उन्होंने गलती से जगलाल चौधरी को ‘जगत चौधरी’ कह दिया, जिससे वहां मौजूद लोग असहज हो गए। हालांकि, बाद में राहुल गांधी ने अपनी गलती सुधारते हुए माफी मांग ली।