बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के चौथे चरण में जमुई जिले को बड़ी सौगात दी। उन्होंने जिले में 890 करोड़ रुपये से अधिक की 74 विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसमें 58 योजनाओं का उद्घाटन और 16 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने खैरा प्रखंड के लघुआर मंदिर का हवाई सर्वेक्षण किया और गरही डैम में जलाशय मत्स्यिकी विकास योजना का निरीक्षण किया। साथ ही, उन्होंने अपर किउल जलाशय योजना और गरही-लघुआर सड़क एवं पुल परियोजना की समीक्षा भी की। नीतीश कुमार ने गरही डैम के पास इको-पर्यटन स्थल के प्रस्तावित विकास कार्यों का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि इसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और पर्यटकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने 554.54 लाख रुपये की लागत से बने राजकीय महिला डिग्री कॉलेज, जमुई का उद्घाटन किया और वहां की सुविधाओं की समीक्षा की। इसके अलावा, मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र और खेल मैदान का भी शुभारंभ किया, जहां उन्होंने बच्चों और खिलाड़ियों से बातचीत कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
उन्होंने 35.50 लाख रुपये की लागत से निर्मित तालाब का भी निरीक्षण किया और कहा कि इसकी गहराई बढ़ाई जाए और सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने संयुक्त श्रम भवन का उद्घाटन किया और जिले में चल रही विभिन्न सरकारी योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, स्टार्टअप योजना, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, आयुष्मान भारत योजना और कन्या उत्थान योजना के लाभार्थियों को सांकेतिक चेक और सहायता प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने स्वयं सहायता समूह (SHG) की जीविका दीदियों से मुलाकात की और उनकी आर्थिक प्रगति की सराहना की। उन्होंने बताया कि अब तक 9,010 स्वयं सहायता समूहों को 61 करोड़ 32 लाख रुपये की सहायता दी जा चुकी है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, समेत कई अन्य मंत्री, सांसद और विधायक उपस्थित थे।