बिहार की राजनीति में ‘फंडिंग’ को लेकर सत्ताधारी JDU और जन सुराज के प्रशांत किशोर के बीच जंग छिड़ गई है। JDU प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा प्रशांत किशोर की पार्टी ‘जन सुराज’ के फंडिंग स्रोतों पर उठाए गए सवालों के जवाब में किशोर ने एक वीडियो जारी कर सीधी चुनौती दी: “जांच कराइए, अगर कुछ गलत मिला तो दुनिया को बताइए!”
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“हमने किसी से छुपाकर पैसा नहीं लिया!” –प्रशांत किशोर का पलटवार
वीडियो संदेश में प्रशांत किशोर ने कहा, “जन सुराज को मिलने वाला हर रुपया उन लोगों और संस्थाओं से आ रहा है, जिन्हें मैंने पिछले 10 वर्षों में अपने प्रोफेशनल जीवन में सपोर्ट किया। यह पैसा बैंक के ज़रिए, पारदर्शी तरीके से लिया जा रहा है। सारी डिटेल्स पब्लिक डोमेन में हैं।” उन्होंने JDU, भाजपा और RJD को ललकारा, “तेजस्वी यादव, नीतीश जी या मोदी जी… आप सरकार में हैं, जांच का एजेंसी आपके पास है। क्यों डर रहे हैं?”
JDU का आरोप: “एनजीओ के पर्दे में चल रहा है खेल!”
इससे पहले, JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘जॉय ऑफ गिविंग ग्लोबल फाउंडेशन’ नामक एनजीओ का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया था कि “जन सुराज को फंडिंग सीधे नहीं, बल्कि इस संस्था के ज़रिए मिल रही है, जिसके डायरेक्टर बार-बार बदलते हैं और इसका 48.75 करोड़ का चंदा संदिग्ध स्रोतों से आया है।” उन्होंने पूछा था, “तेलंगाना और हैदराबाद की कंपनियां बिहार की पार्टी को इतना पैसा क्यों दे रही हैं? क्या यह वित्तीय-राजनीतिक गठजोड़ है?”
क्या है ‘रामसेतु इंफ्रा’ कनेक्शन?
नीरज कुमार के दावे के मुताबिक, 2023-24 में इस एनजीओ को मिले 48.75 करोड़ रुपये में से 14 करोड़ रुपये ‘रामसेतु इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड’ ने दान दिया। उन्होंने इशारा किया कि यह कंपनी तेलंगाना में रजिस्टर्ड है और इसके डायरेक्टर्स का राजनीतिक लिंक हो सकता है। सवाल उठाया गया: “क्या यह पैसा बिहार में राजनीतिक एजेंडे को फंड करने के लिए लाया जा रहा है?”