बजट सत्र के तीसरे दिन विपक्ष ने विधानसभा से वकआउटकर दिया है। जिसमें सीपीआई एमएल विधायक महबूब आलम (Mahboob Alam) ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम विपक्ष, प्रतिपक्ष मिलकर बैठक करेंगे जिसमें सरकार को कैसे घेरा जाए उसपर रणनीति बनाई जाएंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार जनादेश भाजपा के साथ नहीं बल्कि पतिपक्ष के साथ है। नीतीश कुमार तो भाजपा में सरेंडर कर चुके है। इस सरकार को आज या कल सता छोड़ना होगी। जल्द ही आर पार का मुकाबला होगा।
बिहार में लाखों शिक्षकों के पद खाली
महबूब आलम ने बताया कि बिहार में लाखों शिक्षकों के पद खाली पड़े है जिसपर सरकार बहाली नहीं कर रही साथ ही जल जीवन हरियाली योजना के नाम पर भी लाखों रुपए नीतीश सरकार ने बर्बाद किए है। कागजों में यह विकास दिखाते है मगर धरातल की हकीकत कुछ और ही है। इस सरकार ने बिजली के नाम पर जूठे दावे पेश किए है।
मुख्यमंत्री पर लगाया आरोप
बिहार में किसानों को फ्री बिजली तक नहीं मिलती। यह जो विकास के लिए कर्ज लेते है उसे बिहार के विकास में खर्च नहीं करते इसलिए बिहार आज इतना पीछे है। साथ ही मुख्मंत्री पर आरोप लगते हुए कहा कि वह तो आरएसएस कि गोद में बैठे है और सपने देख रहे कि राष्ट्रपति कैसे बना जाए। उन्हें तो कुर्सी का लोभ है इसलिए उन्होंने साम्प्रदायिक फांसीवाद से समझौता किया है। साथ ही विपक्ष ने मांग की है कि मुख्यमंत्री मॉब लिंचिंग के मामले पर सदन में जवाब दें। मॉब लिंचिंग कोई छिट फुट घटना नहीं समझने कि गलती ना करें।