बिहार के चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप वामनराव लांडे ने शुक्रवार को पटना में अपनी पत्नी डॉ. ममता के साथ एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इस दौरान उन्होंने अपनी पुलिस सेवा से इस्तीफा देने के फैसले और इसके पीछे की वजह को लेकर अपनी बात साझा की।
शिवदीप लांडे ने कहा, “मेरा मन बेचैन था। धरती का आपके ऊपर कर्ज होता है। एक कर्ज जन्मभूमि का होता है और दूसरा कर्ज कर्मभूमि का होता। शिवदीप नाम की पहचान मां-बाप ने रखी, लेकिन इसकी पहचान बिहार ने दी। मुझे लगता था कि कर्मभूमि का कर्ज कैसे उतारा जाए? बिहार की दशा और दिशा आने वाले 10 साल में क्या होगी, यह सवाल मेरे सामने आ रहा था। अंतरात्मा की आवाज पर मैंने आईपीएस से इस्तीफा देने की सोची। मैंने पत्नी डॉ. ममता से पूछा, वहां से ओके मिल गया और उसने हमेशा की तरह मेरा साथ देने की बात कही तो मैं आगे बढ़ गया।”
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लांडे ने यह भी स्पष्ट किया कि वह फिलहाल बिहार की राजनीति में नहीं उतरेंगे। उनका उद्देश्य केवल बिहार के युवाओं को जागरूक करना है। उन्होंने कहा, “बिहार पूरे विश्व में अग्रणी था। यह आर्यभट्ट, चाणक्य, चंद्रगुप्त और जेपी की धरती है। यहां के युवा खुद को पहचान नहीं पा रहे हैं। मैं बिहार के सभी जिलों में घूमकर युवाओं को जागरूक करूंगा।”
शिवदीप लांडे ने अपनी यात्रा की शुरुआत की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि वह चार मार्च से मुंगेर से अपनी यात्रा शुरू करेंगे और बिहारवासियों से अपील की कि जो लोग बिहार की दशा और दिशा बदलना चाहते हैं और राज्य को आगे ले जाना चाहते हैं, वह उनके साथ जुड़ें। लांडे ने यह भी बताया कि उनका उद्देश्य नि:स्वार्थ सेवा करना है और वह बिहार के विकास के लिए काम करना चाहते हैं।