वक्फ़ कानून को लेकर JDU के मुस्लिम नेताओं में लगातार नाराज़गी बढ़ती जा रही है। नेताओं के इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। एक बार फिर जहानाबाद जिला जदयू के दो वरिष्ठ और दिग्गज नेताओं का एक साथ इस्तीफा आया है। जिला महासचिव नगर प्रभारी इकबाल लीडर और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के काफी लंबे अरसे तक जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैदर इमाम ने एक साथ प्रेस वार्ता कर जदयू पार्टी से इस्तीफे का ऐलान किया है। दोनों ही नेताओं ने साफ और सीधे तौर पर नीतीश कुमार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।

उन्होंने कहा कि 15 और 20 साल से हम लोग जदयू पार्टी के सक्रिय सिपाही के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन जिस तरीके से नीतीश कुमार भाजपा की गोद में जाकर बैठ गए हैं वह कहीं से भी सही और उचित नहीं है। जहां हम लोग को उम्मीद थी कि नीतीश कुमार जिन्हें सेकुलर नेता के तौर पर हम जानते हैं, वह इस वक्फ कानून का विरोध करेंगे। लेकिन वहां उन्होंने सदन में साथ दिया और इसके समर्थन में वोट किया। इसी बात को लेकर हम लोग नाराज हैं और हम लोग पार्टी का दामन अब छोड़ते हैं।
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इसके आगे इकबाल लीडर ने भी कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा और इस बार अल्पसंख्यक समाज ने यह तय कर लिया है कि नीतीश कुमार को एक भी वोट नहीं देना है और अल्पसंख्यक समुदाय में तो इतना आक्रोश है कि अगर नीतीश कुमार की गाड़ी अल्पसंख्यक समाज के इलाके से गुजरेगी तो लोग उनकी गाड़ी तक को भी गुजरने नहीं देंगे।