आज राजद प्रदेश कार्यालय में विपक्षी दलों की तरफ से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रवक्ताओं ने कहा कि बिहार में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसे-वैसे अपराधियों की भी ‘गर्मी’ बढ़ गई है। राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने दलितों और पिछड़ों को सम्मान के साथ कुर्सी पर बैठने का हक दिया, मगर कुछ वर्ग आज भी समाज के कमजोर तबकों को गुलाम बना कर रखना चाहते हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि राजगीर में एक नाई समाज के युवक को सिर्फ शादी में काम करने से मना करने पर गोली मार दी गई। वहीं आरा में गोली चलाने वाले बबलू सिंह के बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से करीबी संबंध हैं। उन्होंने पटना में महिला जदयू नेता की हत्या, बेतिया में पुलिसकर्मी पर गोलीबारी, पटना एयरपोर्ट से बिल्डर के अपहरण, और आरा में गहनों के शोरूम में डकैती जैसे मामलों का ज़िक्र करते हुए कहा कि बिहार में गुंडाराज चरम पर है और सरकार इन घटनाओं पर चुप्पी साधे बैठी है। उन्होंने यह भी कहा कि जदयू के कुछ नेता ‘ललन सिंह, विजय चौधरी, संजय झा, और डीके बॉस’ बीजेपी की भाषा बोल रहे हैं और अपने कार्यकर्ताओं को धमका रहे हैं।
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वही कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि बिहार जो कभी ज्ञान और मोक्ष की भूमि थी, अब अपराध की भूमि बन गई है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार खुद कह चुके हैं कि शाम के बाद लोग घरों से नहीं निकलते, मगर अब तो दिन में ही हत्या, अपहरण और डकैती हो रही है। उन्होंने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि बिहार में प्रतिदिन औसतन 953 अपराध दर्ज हो रहे हैं, जिनमें हत्या, बलात्कार और डकैती जैसे मामले शामिल हैं।

उन्होंने यह भी दावा किया कि बिहार में 4,000 लड़कियों का अपहरण हुआ है, मगर किसी भी मामले में FIR दर्ज नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार अपराधियों को बचाने के लिए कानून में बदलाव कर रही है और मीडिया से बचने के लिए नीतीश कुमार संवाद तक नहीं कर रहे हैं।