अल्प मानदेय और वेतन से परेशान बिहार के शारीरिक शिक्षकों (पीटी टीचर) ने बुधवार को नीतीश सरकार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया। पटना में बड़ी संख्या में जुटे पीटी टीचरों ने जदयू, भाजपा और राजद कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने को जुटे। शारीरिक शिक्षक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बुधवार की दोपहर बीजेपी प्रदेश कार्यालय के परिसर पोटीको में जमकर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। जैसे ही इस बात की जानकारी पटना पुलिस प्रशासन को लगी वैसे ही कोतवाली थाना प्रभारी पूरे दलबल के साथ भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे और वहां मौजूद नारेबाजी और धरना प्रदर्शन कर रहे एक-एक शारीरिक शिक्षकों को प्रदेश कार्यालय से बाहर निकाला।
इससे पहले शारीरिक शिक्षक जदयू कार्यालय का घेराव करने भी पहुंचे। शिक्षक जदयू कार्यालय में बैठे मंत्री से भी बात करना चाह रहे थे ,लेकिन पुलिस प्रशासन ने ऐसा नहीं करने दिया है। शिक्षकों का कहना है कि अगर सरकार हम लोगों का मानदेय नहीं बढ़ाती है और हम लोगों का नौकरी पूर्णकालिक नहीं करती है तो पूरे बिहार में हम लोग आंदोलन करने का काम करेंगे।
शारीरिक शिक्षकों का कहना है की सरकार के तरफ से अभी भी हम लोगों को मात्र ₹8000 मानदेय दिया जा रहा है और अभी तक हमारी नौकरी पक्की नहीं की गई है। अभी तक हम लोग संविदा पर ही काम कर रहे हैं। निश्चित तौर पर हम लोग सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि हमारा मानदेय बढ़ाया जाए और हमारी नौकरी को पूर्णकालिक किया जाए लेकिन सरकार हमारी मांग को नहीं सुन रही है।
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वहीं पीटी शिक्षक जब राजद कार्यालय पहुंचते हैं वहां तेजस्वी यादव का साथ मिलता है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पीटी टीचरों को आश्वासन देते हुए कहा कि हम आपकी बात सरकार तक पहुंचाएंगे और आपके विभाग के अधिकारी से बात करके आपकी बातों को रखा जाएगा। श्री तिवारी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को ज्ञापन सौंपेंगे।
उन्होंने कहा है कि शारीरिक शिक्षकों के साथ बहुत अन्याय हो रहा है। खेलो इंडिया की बात प्रधानमंत्री करते हैं लेकिन खेलों बिहार की बात होगी तब खेलो इंडिया की बात होगी। आज के दिन में अस्पतालों में ज्यादा भीड़ है। स्कूल में 1 घंटे खेल के लिए जो समय मिलता था, उसमें कटौती किया जा रहा है। फिजिकल टीचरों के साथ भी सरकार अन्याय कर रही है