मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह के अपने पैतृक आवास नदावां गांव लौटते ही फिर से पुरानी रौनक लौट आई है। वे अपने बड़े भाई स्वर्गीय बिरेंची सिंह की पोती की शादी में एक दिन के पैरोल पर लौटे हैं। गांव में उनके समर्थकों में काफी खुशी का माहौल है। उनके समर्थक उन्हें लगातार घेरे हैं और साथ में सेल्फी ले रहे हैं। काफी दिनों बाद उन्हें अपने बीच देख गांव के लोग भी पुराने अंदाज में लौट आए हैं। जेल से बाहर आते ही अनंत सिंह ने बिहार चुनाव को लेकर बड़ी बात कह दी। ‘छोटे सरकार’ के नाम से मशहूर अनंत सिंह ने बिहार की मोकामा सीट से टिकट मिल जाने का दावा किया।

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अनंत सिंह ने कहा कि अभी वे शादी समारोह में शामिल होने के लिए एक दिन के पैरोल पर बाहर निकले हैं। वे बेल के लिए हाइकोर्ट की शरण में हैं। उम्मीद है कि 10 से 20 दिन में वे बेल पर जेल से बाहर निकल आएंगे। मोकामा से टिकट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका मोकामा से टिकट कन्फर्म है। हालांकि राजनीतिक साजिश में फंसाने के सवाल पर उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि अभी शादी में आए हैं, उसीपर बात कीजिए। इस बयान से उनके समर्थकों में खुशी और उत्सुकता देखी गई, जिनमें से कई का मानना है कि सिंह की रिहाई स्थानीय राजनीतिक समीकरणों को बदल सकती है, खासकर मोकामा क्षेत्र में, जहां उनका काफी प्रभाव है।
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बता दें कि अनंत सिंह नौरंगा-जलजपुर गांव में इस साल 23 जनवरी को हुई गोलीबारी की घटना के बाद से बेउर जेल में बंद हैं। इस घटना में पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गिरोह के बीच 200 से अधिक राउंड फायरिंग हुई थी। नौरंगा-जलालपुर सोनू-मोनू का पैतृक गांव है और अनंत सिंह वहां सोनू-मोनू गिरोह द्वारा कथित तौर पर कब्जा किए गए एक घर को छुड़ाने गए थे। 24 जनवरी को अनंत सिंह ने बाढ़ अनुमंडल न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और फिलहाल वे बेउर जेल में बंद हैं। अनंत सिंह ने मोकामा से राजद के टिकट पर बिहार विधानसभा चुनाव 2020 जीता था।