नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने अपने अधिकारियों और एजेंसियों को एक महत्वपूर्ण सलाह जारी की है, जिसमें पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की जासूसी गतिविधियों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है। यह सलाह विशेष रूप से सैन्य ट्रेनों की जानकारी लीक होने के खतरे को देखते हुए जारी की गई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ISI के जासूस भारतीय रेलवे के माध्यम से सैन्य ट्रेनों की गतिविधियों के बारे में संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर सकते हैं। रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी अधिकारी को सार्वजनिक डोमेन में न आने वाली ट्रेनों की जानकारी नहीं देनी चाहिए। यदि कोई ऐसा अनुरोध आता है, तो इसे रेलवे बोर्ड को सूचित करना चाहिए, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके और संदिग्ध नंबरों को ट्रैक किया जा सके।
यह कदम हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें पाकिस्तान में 2025 में जफ्फर एक्सप्रेस का अपहरण शामिल है, जहां बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ट्रेन को रोकने और यात्रियों को बंधक बनाने की कोशिश की थी।
बता दें पिछले वर्षों में, भारतीय रेलवे और सैन्य रसद पर पाकिस्तानी जासूसी के प्रयासों के कई मामले सामने आए हैं। 2019 में, एक रेलवे कर्मचारी को ISI के लिए काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जो सैन्य गतिविधियों की जानकारी लीक करने की कोशिश कर रहा था।
भारतीय रेलवे के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि भारत अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कितना सतर्क और सावधान है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत रेलवे बोर्ड को दें, ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।