बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। लगातार कांग्रेस के बड़े नेता बिहार आ रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत पटना पहुंची। सुप्रिया श्रीनेत ने पटना कांग्रेस कार्यालय सदकात आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने जहां एक ओर भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कटघरे में खड़ा किया, वहीं दूसरी ओर महिलाओं को आर्थिक सशक्तता का नया विजन पेश किया।

तेजस्वी यादव के बेटे को देखने अस्पताल पहुंच गईं सीएम ममता बनर्जी.. बोलीं- हमें बेहद खुशी है
उन्होंने कहा कि अगर बिहार में कांग्रेस की सरकार बनती है तो राज्य की 2,500,000 महिलाओं को हर महीने ₹2500 रुपये डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के ज़रिए उनके खातों में दिए जाएंगे। सुप्रिया ने इस योजना को “कांग्रेस की गारंटी” बताया और कहा कि ये वादा न केवल चुनावी है, बल्कि कांग्रेस ने पहले भी कर्नाटक और अन्य राज्यों में इस तरह के वादे कर उन्हें पूरा किया है। उन्होंने कर्नाटक की गृह लक्ष्मी योजना का उदाहरण दिया, जिससे 1.5 करोड़ महिलाओं को सीधा लाभ मिला है।
भाजपा पर हमला
वादों को बताया ‘जुमला’ सुप्रिया श्रीनेत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला करते हुए कहा कि: “2014 से पहले बीजेपी ने हर महिला को ₹2500 देने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के बाद उस वादे को पूरी तरह भुला दिया गया।” उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई जा रही महिला लाभ योजना के तहत हर महिला को ₹1500 मिलते थे, जिसे बीजेपी की सरकार बनने के बाद बंद कर दिया गया, और करीब 9 करोड़ महिलाओं को इस लाभ से वंचित कर दिया गया। उन्होंने इसे महिलाओं के साथ सीधा विश्वासघात करार देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार महिलाओं की आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता देती है, जबकि भाजपा केवल चुनावी वादों तक सीमित रहती है।
जातीय सर्वेक्षण और गरीबी पर चिंता
प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में हाल ही में हुए जातीय सर्वेक्षण में कई अहम तथ्य छुपा लिए गए, लेकिन एक गंभीर वास्तविकता यह है कि “बिहार में 5 करोड़ से ज्यादा लोग ₹6000 से कम महीने की आय में जीवन यापन कर रहे हैं।” उन्होंने इसे सामाजिक और आर्थिक असमानता का प्रमाण बताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार यदि सत्ता में आती है तो इन वर्गों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए योजनाएं लागू करेगी।
नीतीश कुमार पर सवाल
“20 सालों में विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं?” सुप्रिया श्रीनेत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने पूछा “नीतीश कुमार बताएं कि पिछले 20 वर्षों में मुख्यमंत्री रहने के बावजूद बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला?” उन्होंने कहा कि जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा, तब तक यहां की विकास दर, औद्योगिक निवेश, और रोजगार के क्षेत्र में सुधार संभव नहीं है। उन्होंने राज्य में बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन को भी सरकार की विफलता करार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी पर निजी हमले
कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा “जब देश गंभीर मुद्दों से गुजर रहा था, तब प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में नहीं आए, लेकिन फिल्मों और सितारों के कार्यक्रम में शामिल होना उन्हें ज़्यादा जरूरी लगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री बिहार को केवल चुनावी नजरिए से देखते हैं, और उसकी बुनियादी समस्याओं की अनदेखी करते हैं। “एक महिला की बात करेंगे तो कई चेहरों की पोल खुलेगी” प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब एक संवेदनशील पारिवारिक मुद्दे पर सवाल किया गया, तो सुप्रिया ने कहा “अगर एक महिला की बात करेंगे, तो इस राज्य के मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक कई चेहरों की पोल खुल जाएगी।” उन्होंने हालांकि मामले को “पारिवारिक” बताकर अधिक कुछ नहीं कहा, लेकिन इशारों में बड़ा राजनीतिक संकेत दे गईं।