आम आदमी पार्टी (AAP) ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDI से अलग होने का ऐलान कर कर दिया है। पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह बिहार में अपने दम पर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक अनुराग ढांडा ने कहा कि पार्टी अब किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं है और अपनी ताकत के बल पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि INDIA गठबंधन का गठन केवल लोकसभा चुनाव के लिए था, और अब AAP स्वतंत्र रूप से अपनी रणनीति बना रही है।
‘आप’ के बिहार प्रभारी अजेश यादव ने बताया कि पार्टी बिहार में अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए जनता से सीधा संपर्क स्थापित कर रही है। उनका कहना है कि आप बिहार की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी और संगठन को और सशक्त करने पर ध्यान दे रही है। इसके अलावा, आप ने अगले दो सालों के लिए भी अपनी रणनीति तैयार कर ली है। खास तौर पर असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल पूरा दम ख़म लगाकर प्रचार करेंगे। इसके बाद 2027 में पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा और गुजरात में भी आप अपनी ताकत आजमाएगी।
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इस फैसले ने विपक्षी एकता को झटका दे दिया है, क्योंकि बिहार में विपक्ष पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद ‘आप’ अब अपनी रणनीति को और मजबूत करने में जुटी है। दरअसल, दिल्ली में 70 सीटों में से केवल 22 पर जीत हासिल करने के बाद पार्टी का फोकस अब पंजाब, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, असम, उत्तराखंड और गोवा जैसे राज्यों पर भी है। आप ने राज्यों को दो श्रेणियों में बांटा है। पहली श्रेणी में वे राज्य हैं जहां अरविंद केजरीवाल जैसे शीर्ष नेता सक्रिय रहेंगे, वहीं दूसरी श्रेणी में स्थानीय नेतृत्व रणनीति तय करेगा। बिहार में आप बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए सात चरणों की यात्रा निकाल रही है, जिसका तीसरा चरण सीमांचल क्षेत्र में शुरू हो चुका है।