बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में कल (4 जून) आतंकी हमले की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस विशेष अभ्यास का उद्देश्य था यह देखना कि अगर विधानसभा में आतंकी घुस जाएं, तो कैसे जनप्रतिनिधियों और आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

जैसे ही मॉक अलर्ट मिला कि विधानसभा में आतंकी घुस आए हैं, ATS (Anti-Terrorist Squad) की विशेष टीम तुरंत मौके पर पहुँची। देखते ही देखते पूरे विधानसभा को चारों ओर से घेर लिया गया, और सुनियोजित तरीके से संदिग्ध आतंकियों को “ढेर” कर दिया गया।
इस मॉक ड्रिल के ज़रिए सुरक्षाबलों ने यह अभ्यास किया कि आपातकालीन स्थिति में किस तरह की त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए, किसे पहले सुरक्षित निकाला जाए, और किन रास्तों से निकासी संभव हो सकती है। विधानसभा में मौजूद कर्मियों और अधिकारियों ने भी इस मॉक ड्रिल में हिस्सा लिया।
ड्रिल का मुख्य फोकस:
- जनप्रतिनिधियों की त्वरित सुरक्षा
- विस्फोट या गोलीबारी की स्थिति में रेस्पॉन्स टाइम
- एयर लॉक और फायरिंग ज़ोन की स्थिति
- सुरक्षाबलों के आपसी समन्वय की क्षमता