पटना, बिहार: केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधा है। पासवान ने राहुल गांधी के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कथित तौर पर धांधली का आरोप लगाया था और बिहार विधानसभा चुनाव में भी ऐसी ही पुनरावृत्ति की आशंका जताई थी।
पासवान ने कहा, “कांग्रेस और उसके नेताओं की समस्या यह है कि जब आत्ममंथन की जरूरत होती है, तो वे चुनाव हारने के लिए बहाने तलाशते हैं। अगर राहुल गांधी को किसी संस्थान में खामी ढूंढनी है, तो यह संवैधानिक संस्थान नहीं, बल्कि उनकी अपनी कांग्रेस पार्टी होनी चाहिए।
चुनाव आयोग को दोष देना, किसी पर चुनाव तय करने का आरोप लगाना, EVM को खराब कहना, यह सब दिखाता है कि राहुल गांधी बिहार विधानसभा चुनाव में पहले से ही हार मान चुके हैं। बिहार के बाद ये लोग असम और बंगाल जैसे राज्यों में भी हारेंगे।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, ये चुनाव अक्टूबर या नवंबर 2025 में होने वाले हैं। पासवान की टिप्पणी कांग्रेस की चुनावी रणनीति और EVMs की विश्वसनीयता को लेकर चल रही बहस को और भी गहरा करती है।
हालांकि, चुनाव आयोग ने repeatedly EVMs को छेड़छाड़-प्रूफ बताया है, और 2011 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर वोटर-वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) को शामिल किया गया था, ताकि पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। इसके बावजूद, विपक्षी दल समय-समय पर EVMs की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं।
पासवान की यह टिप्पणी राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाजी को दर्शाती है, जहां चुनावी नतीजों की जिम्मेदारी लेने के बजाय, अक्सर संस्थानों या प्रक्रियाओं को दोष दिया जाता है।