राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य अशोक गहलोत आज पटना पहुंचे, जहां उन्होंने चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग नई-नई तरकीबें अपना रहा है, जो संदेहास्पद है और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है।
पटना कांग्रेस कार्यालय में महागठबंधन की बड़ी बैठक आज.. साझा चुनावी घोषणा पत्र पर मंथन
गहलोत ने कहा, “वोटर लिस्ट पुनरीक्षण की प्रक्रिया अचानक क्यों शुरू की गई है, इसका चुनाव आयोग को स्पष्ट कारण बताना चाहिए। दिल्ली में बिहार के लोग पूछते हैं कि अब जन्मतिथि के दस्तावेज कहां से लाएं? यह आम लोगों में भ्रम फैला रहा है। आयोग को तुरंत इस कन्फ्यूजन को दूर करना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष को विश्वास में लिए बिना प्रक्रिया शुरू करना पूरी तरह अनुचित है। गहलोत के मुताबिक, इस पर आज विपक्षी दलों की महागठबंधन की बैठक में विस्तृत चर्चा की जाएगी।

बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्ण अल्लावरु भी आज पटना पहुंचे और उन्होंने चुनाव आयोग के खिलाफ तीखा बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग का यह पुनरीक्षण गरीब, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित, महादलित और अल्पसंख्यक समुदायों के वोट काटने की साजिश है। कृष्ण अल्लावरु ने कहा, “हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। यह सीधा लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसे महागठबंधन के मंच पर भी प्रमुख मुद्दा बनाएगी।

बता दें कि आज आज पटना में महागठबंधन की मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक भी आयोजित हो रही है, जिसमें कांग्रेस और अन्य घटक दल भाग ले रहे हैं। अशोक गहलोत और कृष्ण अल्लावरु दोनों ने कहा कि बिहार में विकास, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और दवाई पर फोकस करते हुए महागठबंधन एक मजबूत घोषणापत्र पेश करेगा। कृष्ण अल्लावरु ने कहा, “हमारा मकसद बिहार को बनाना है, और इसी दिशा में आज की बैठक में बड़े निर्णय लिए जाएंगे।” वहीं जब कांग्रेस नेताओं से पूछा गया कि कन्हैया कुमार ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का भावी मुख्यमंत्री बताया है, तो उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की।