बिहार चुनाव से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पटना के दौरे पर हैं। इस दौरान BJP की बड़ी बैठक का आयोजन किया गया है। इस बैठक में राजनाथ सिंह ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश फूंका और उनको जीत का मंत्र दिया। कार्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने लालू यादव पर निशाना साधा। साथ ही नीतीश-बीजेपी सरकार की तारीफ की।
उन्होंने कहा कि बिहार को उसका खोया हुआ गौरव कोई शक्ति लौटा सकती है, तो वह केवल भारतीय जनता पार्टी है। मैं आप सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों कहना चाहता हूँ कि जनता से निरंतर संवाद करें, लेकिन वो केवल भाषण नहीं, विश्वास का संवाद हो। हर बूथ, हर मोहल्ले, हर पंचायत में जाकर मोदी जी के नेतृत्व की बात कहें, लेकिन उसे सिर्फ भाषण न बनाएं। उनके कामों की सफलता की बात करें।
लोगों को समझाएँ कि भाजपा केवल सरकार नहीं चलाती, समाज निर्माण करती है। कांग्रेस और आरजेडी जैसी पार्टियाँ केवल कुर्सी पाने की लालसा से प्रेरित हैं, लेकिन भाजपा की प्रेरणा है सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र-निर्माण। कांग्रेस और आरजेडी जैसी पार्टियों का केवल एक ही मोटिवेशन होता हैं, सत्ता में बने रहना। जबकि भारतीय जनता पार्टी का उद्देश्य है भारत के हर नागरिक का गरिमामय जीवन सुनिश्चित करना।
मंच पर कुर्सी नहीं मिली तो नाराज़ हो गये अश्विनी चौबे.. बिहार BJP कार्यसमिति की बैठक से भागे !
2024 का जनादेश हमारे साथ था, अब 2025 में बिहार की जनता के सामने मोदी जी के काम और भाजपा के विचार को पूरी स्पष्टता से रखने का समय है। विपक्ष की झूठी बातों और भ्रम फैलाने की राजनीति को तथ्यों और आत्मविश्वास से जवाब दीजिए। हमें यह भावना घर-घर पहुँचानी है कि बिहार पिछड़ा नहीं है, पिछड़ा बनाया गया है।आरजेडी और कांग्रेस फिर से विभाजन की राजनीति को हवा देंगे। लेकिन हम विकास और विश्वास की राजनीति करते हैं। इसलिए जब विपक्ष नफरत की राजनीति की बात करे तो उसका जवाब हमें सेवा की राजनीति से देना है।
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जब वे बिहार को पीछे धकेलने वाली बाते करें, तो हम उज्ज्वल भविष्य का Roadmap बताएंगे। जब वो विभाजन की राजनीति करें तो हमें लोगों को जोड़ने वाली बात करनी है। जब वो बिहार के लोगों को मुद्दों से भटकाएं तो, हम शिक्षित बिहार की बात करें। लालू यादव जी कहते थे उन्होंने बिहार को ‘स्वर्ग नहीं, स्वर दिया’ — लेकिन सच यह है साथियों कि उन्होंने बिहार को न स्वर्ग दिया, न स्वर और न ही स्वाभिमान। बस दिया तो डर, भ्रष्टाचार और दबंगों का राज। बिहार की जनता अब जाग चुकी है। इसलिए अब यहाँ जातिवाद नहीं बल्कि विकासवाद चलेगा। इस बार चुनाव सिर्फ़ विकास पर होगा, और जवाब मिलेगा उन सभी को जो बिहार को फिर अंधेरे में धकेलना चाहते हैं।