बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर हो रहे विवाद के बीच भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण अपडेट साझा किया है। आयोग के अनुसार, राज्य के 1.5 करोड़ घरों में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की पहली चरण की यात्रा पूरी हो चुकी है, और इस दौरान कुल 7.90 करोड़ में से 87 प्रतिशत यानी 6.86 करोड़ मतदाताओं को गणना फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं।
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आयोग ने बताया कि जिन घरों में फॉर्म नहीं पहुंच सके, वे या तो बंद थे, या वहां के मतदाता मृत पाए गए, प्रवासी निकले या फिर यात्रा पर थे। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची को त्रुटिरहित और अद्यतन बनाने के लिए एक तीन-चरणीय व्यापक रणनीति अपनाई गई है, जिसमें BLO प्रत्येक घर में तीन बार जाएंगे ताकि कोई भी योग्य मतदाता छूट न जाए।
अगला चरण: शेष 13% घरों को कवर करने की योजना
पहले चरण की सफलता के बाद अब शेष 13 प्रतिशत घरों को अगले दो चरणों में कवर किया जाएगा। आयोग का मानना है कि बंद घरों और प्रवासियों तक भी पहुंचने की इस कवायद से मतदाता सूची और अधिक समावेशी और सटीक होगी।
राजनीतिक दलों की सक्रिय भूमिका
चुनाव आयोग ने बताया कि राज्यभर में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अब तक 1,54,977 बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) नियुक्त किए गए हैं, जो BLO के साथ मिलकर सूची पुनरीक्षण में योगदान दे रहे हैं। ये एजेंट मतदाताओं को फॉर्म वितरण, सत्यापन और जमा करने की प्रक्रिया में सहायता कर रहे हैं। अब तक 5 प्रतिशत पूर्ण और हस्ताक्षरित फॉर्म जमा हो चुके हैं, जो प्रक्रिया की सक्रियता को दर्शाते हैं।
अंतिम सूची 30 सितंबर को
आयोग ने यह भी ऐलान किया कि बिहार की अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर 2025 को प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद भी, यदि किसी मतदाता को अपनी जानकारी में सुधार या आपत्ति दर्ज करानी हो, तो वे जिला मजिस्ट्रेट (DM) या मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) के पास अपील कर सकते हैं।
आयोग की अपील: सभी मतदाता करें सहयोग
निर्वाचन आयोग ने सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं से अपील की है कि वे BLO और BLA के साथ पूरा सहयोग करें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी पात्र मतदाता मतदान के अधिकार से वंचित न रह जाए।