बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में आज भाजपा और राजद के विधायकों ने मिलकर नीतीश सरकार को घेरा। वहीं विधानसभा लखीसराय मसले पर प्रश्नकाल 40 मिनट तक स्थगित रहा । इस मसले को पहले राजद ने सदन में उठाया जिसका साथ भाजपा के विधायकों ने भी तुरंत खड़े होकर शोरगुल करने लगे। आज सोमवार को सदन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का काफी गुस्से में दिखें। सीएम नीतीश आज विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) पर ही भड़क गए। नीतीश कुमार ने तेज आवाज में कहा कि संविधान के अनुरूप काम होगा न हम किसी को फंसाते हैं और न बचाते हैं।
मुख्यमंत्री जी सठिया गए हैं
राजद विधायक भाई बिरेंद्र ने कहा जिस तरह से आज विधानसभा अध्यक्ष ने सवाल उठाया वही सवाल हम लोगों ने भी पहले उठाया है। बिहार में अफसरशाही कायम है आज बीजेपी के लोगों ने प्रश्न किया है तो लगता है मुख्यमंत्री जी सठिया गए हैं उम्र का भी प्रभाव है। राजद विधायक ने कहा कि जिस तरह से सदन में नीतीश कुमार आग बबूला हो गए यह मर्यादा के खिलाफ है। मुख्यमंत्री आसन के मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं। हमारे नेता तेजस्वी यादव ने कहा था यह सरकार नहीं सर्कस है आज साबित हो रहा है किए सर्कस कर रहे हैं।
लोकतंत्र समाप्त होने पर
वहीं नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बिहार में महा जंगलराज कायम है और मुख्यमंत्री द्वारा आज सदन में भी जंगलराज कायम करने का काम किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश आसन को निर्देश देने का काम कर रहे थे जबकि आसन निर्देश देता है सीएम ने सदन को अपमानित करने का काम किया है। वहीं भाई बिरेन्द्र ने कहा कि हाल में लोकतंत्र समाप्त होने पर है नीतीश सरकार अधिकारियों को बचाते रहे हैं, विधायक अपमानित हो रहा है और हर आवाज असुरक्षित महसूस कर रहा है। जिधर देखो भ्रष्टाचार का आलम है पर मुख्यमंत्री उस पर पर्दा डालना चाहते हैं। मुख्यमंत्री जितना पर्दा लगाएंगे उनका पर्दा उजागर होगा। राजद विधायक भाई विरेन्द्र ने कहा कि मुख्यमंत्री ही ज्यादा संविधान पढ़े हुए हैं। विधायक ने कहा कि नीतीश कुमार को विधान सभा अध्यक्ष से माफ़ी मांगनी चाहिए।
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