केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने महागठबंधन द्वारा बुलाये गये बिहार बंद को विफल बताया है। उन्होंने एक्स पर तंजिया अंदाज में लिखा कि जिस तरह क्रिकेट में तेजस्वी यादव सुपर हिट हुए थें वैसे ही आज हुई इंडी गठबंधन की बंदी भी सुपर हिट थी। उन्होंने कहा कि बंद का कोई असर नहीं हुआ। राहुल गांधी की बिहार में क्या भूमिका है, यह भी सवाल उठाया। मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री आते हैं तो हजारों करोड़ की सौगात लेकर आते हैं जबकि विपक्ष फर्जी वोटर हटाने के प्रयासों का विरोध कर रहा है।

मांझी ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा मतदाता पुनरीक्षण में गड़बड़ी नहीं है। अगर कुछ गलत होता तो एनडीए में रहते हुए भी हम इसका विरोध करते. विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। वे फर्जी बातों के सहारे राजनीति कर रहे हैं। मांझी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद के शासन में फर्जी वोटर बनाए गए थे, खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी वास्तविक वोटर का नाम नहीं कटेगा। लेकिन बाहरी लोगों और फर्जी वोटरों का नाम हटाना जरूरी है। मांझी ने मांग की कि गया जिले में एक-एक वोटर का सत्यापन हो।
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मांझी ने कहा कि राहुल गांधी के बिहार आने का कोई औचित्य नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब आते हैं तो हजारों करोड़ की योजनाएं देते हैं। उन्होंने राहुल गांधी से पूछा कि वह यहां क्या करने आए हैं, जबकि चुनाव आयोग पहले ही विपक्ष की मांगें मान चुका है। राहुल गांधी बिहार आकर क्या करेंगे? प्रधानमंत्री आते हैं तो 10000 करोड़ 15000 करोड़ बिहार के विकास के लिए देकर चले जाते हैं, राहुल जी क्या करने आए हैं? ‘ मांझी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे फर्जी वोटर बचाने के लिए बंद करा रहे हैं। बिहार की जनता सब समझती है। बंद पूरी तरह असफल रहा है।