चुनाव आयोग द्वारा बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों और 90,817 मतदान केंद्रों को कवर करने वाली मतदाता सूची का मसौदा सूची आज दोपहर 3 बजे वेबसाइट पर भी प्रकाशित की जा रही है। बिहार ड्राफ्ट वोटर लिस्ट की कॉपी चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक दलों को दे दी गई है। इसमें राज्य की सभी 243 विधानसभा के 90817 पोलिंग स्टेशन का डेटा शामिल है। 38 जिलों के माध्यम से सभी राजनीतिक पार्टियों को ये सूची दी गई है। ड्रॉफ्ट वोटर लिस्ट को चुनाव आयोग अपनी वेबसाइट पर 3 बजे जारी करेगा। इस लिस्ट को तीन बजे के बाद आम नागरिक देख पाएंगे।
इधर, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बिहार में जारी SIR पर कहा कि हमारे पास इस बात के स्पष्ट सबूत हैं कि चुनाव आयोग वोट चोरी में शामिल है। चुनाव आयोग में ऊपर से नीचे तक जो भी इस काम में शामिल है, हम आपको नहीं छोड़ेंगे। आप भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं और यह देशद्रोह से कम नहीं है। आप कहीं भी हों, भले ही आप सेवानिवृत्त हों, हम आपको ढूंढ निकालेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारे पास सबूत है कि चुनाव आयोग वोट चोरी करवा रहा है। मैं 100% सबूतों के साथ ये बात कह रहा हूं। हम जैसे ही ये सबूत सबके सामने रखेंगे, पूरे देश को पता चल जाएगा कि चुनाव आयोग वोट चोरी करा रहा है। किसके लिए करा रहा है- BJP के लिए करा रहा है। हमें मध्य प्रदेश में संदेह था, लोकसभा चुनाव में संदेह था, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में संदेह था। चुनाव आयोग हमारी मदद नहीं कर रहा था, इसलिए हमने अपनी तरफ से जांच करवाई। इस जांच में 6 महीने लगे और जो हमें मिला है- वो Atom Bomb है। चुनाव आयोग में जो भी वोट चुराने का काम कर रहे हैं, उन्हें हम छोड़ेंगे नहीं। क्योंकि आप हिंदुस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं, जो देशद्रोह है। आप कहीं भी हों, चाहे आप रिटायर ही क्यों न हो जाएं, हम आपको ढूंढ निकालेंगे।
Bihar SIR: सबसे पहले राजनीतिक दलों को मिल गई वोटर लिस्ट की कॉपी.. EC की वेबसाइट पर 3 बजे होगा जारी
सपा सांसद डिंपल यादव ने SIR के मुद्दे पर कहा कि सरकार और चुनाव आयोग पर प्रश्न चिन्ह उठता है कि चुनाव के इतने पास SIR जैसा गहन अभियान क्यों चलाया जा रहा है? उसके बाद 60 लाख मतदाताओं को हटा दिया गया है। कहीं न कहीं यह दिखाता है कि सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो।
MM सांसद सांसद महुआ माझी ने SIR के मुद्दे पर कहा, “SIR के मुद्दे पर आज सदन स्थगित हुआ। यह मुद्दा बहुत गंभीर है। हम विपक्षी पार्टियां चाहते हैं कि बिहार में जो हो रहा है वैसा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल या झारखंड के साथ ना हो। क्योंकि जिन लोगों को खारिज किया जा रहा है, उन्हीं लोगों के मत से लोकसभा चुनाव किया गया। उस समय तो उनके मतों को निरस्त नहीं किया गया। वहीं बिहार के बहुत सारे मजदूर जो पूरे देश में मजदूरी करने जाते हैं, उन्हें उनके दस्तावेज दिखाने तक का समय नहीं दिया जा रहा है… ऐसे में थोड़ा समय बढ़ाया जाना चाहिए और उन्हें अपने आप को साबित करने का समय देना चाहिए।”
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वहीं JDU सांसद संजय झा ने SIR को लेकर विपक्ष के विरोध पर कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, वही लोग सुप्रीम कोर्ट गए हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतज़ार कीजिए, संविधान ने चुनाव कराने, वोटर लिस्ट में संशोधन करने का काम चुनाव आयोग को ही दिया है। ऐसा पहले भी हुआ है। चुनाव आयोग ने तो समय भी दिया है कि अगर आपको लगता है कि कुछ गड़बड़ हुई है तो आकर उसे ठीक करवा लीजिए। फिर ये लोग विरोध किस बात पर कर रहे हैं?”