औरंगाबाद जिले में वायरल हुए एक वीडियो ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। वीडियो के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता मृत्युंजय सिंह ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं—राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और औरंगाबाद सदर विधायक आनंद शंकर—के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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महिलाओं को गुमराह करने का आरोप
मृत्युंजय सिंह का आरोप है कि वायरल वीडियो में ‘माई बहिन मान योजना’ के तहत महिलाओं को हर महीने ₹2500 मिलने का दावा किया जा रहा है, जबकि ऐसी कोई सरकारी योजना अस्तित्व में नहीं है। वीडियो में एक युवक योजना के फॉर्म भरने की अपील करते हुए नजर आता है। युवक के हाथ में एक पोस्टर है, जिसमें राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राजेश राम और आनंद शंकर की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी
एफआईआर में यह भी उल्लेख है कि वीडियो में कथित रूप से महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की गई हैं। मृत्युंजय ने इसे महिला सम्मान और नारी गरिमा के खिलाफ बताया है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि महिलाओं से फॉर्म भरवाने के नाम पर उनकी व्यक्तिगत जानकारी एकत्र की जा रही है, जो निजता का उल्लंघन और धोखाधड़ी है। बीजेपी कार्यकर्ता का कहना है कि यह वीडियो आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को गुमराह करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने इसे जनता के बीच भ्रम और अविश्वास फैलाने वाला प्रयास बताया और मामले की गहन जांच की मांग की है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
इस प्रकरण को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर फर्जी योजनाओं के सहारे वोट बैंक बनाने का आरोप लगाया है। मृत्युंजय सिंह का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, कांग्रेस की ओर से इस मामले पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। पुलिस ने मृत्युंजय सिंह की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। वीडियो की सत्यता, इसमें शामिल व्यक्तियों की पहचान और इसमें दर्शाए गए तथ्यों की पुष्टि की जा रही है।






















