बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर इस समय 5000 से अधिक शिक्षक तथा अभ्यर्थी माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) की मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हैं। अभ्यर्थी TRE-4 वैकेंसी जारी होने से पहले STET की मांग रहे हैं। हाथों में ‘STET के बिना TRE-4 कैसे’ की तख्ती लेकर वह सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।
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पुलिस ने सभी कैंडिडेट्स को जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग कर रोका है। अभ्यर्थी बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़कर पोस्टर लहराते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। अभ्यर्थी बैरिकेडिंग हटाकर डाकबंगला चौराहा होते हुए CM हाउस जाने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है। अभ्यर्थियों का प्रदर्शन पटना कॉलेज से शुरू हुआ। कैंडिडेट्स डाकबंगला चौराहा होते हुए CM हाउस घेराव करने जा रहे हैं। अभ्यर्थियों के हाथ में बिहार मांगे STET और STET नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर हैं।

प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि सरकार पिछले डेढ़ साल से किसी भी STET का आयोजन नहीं कर रही है। इसकी वजह से दो सत्र के लगभग पांच लाख बच्चे इस परीक्षा से वंचित रह रहे हैं। छात्रों ने कहा कि सरकार हम लोगों को छलना चाहती है और ठगना चाहती है। जो लड़का 2023-24 का छात्र है उसको अब तक मौका नहीं मिला है। टीआरई -4 लेने का क्या मतलब है। हम सिर्फ पात्रता मांग रहे हैं, सरकार से नौकरी नहीं मांग रहे हैं। जब सरकार ने डोमिसाइल दिया तो फिर एसटीईटी देने में क्या जाता है। लिहाजा एसटीईटी और बीटेट की परीक्षा होनी चाहिए।






















