पिछले दिनों स्पीकर विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha) और सीएम नीतीश कुमार के बीच लखीसराय मामले को लेकर नोकझोंक हुआ था। जिससे बिहारी की राजनीति गर्म हो गई थी। लखीसराय मामले को लेकर सीएम नीतीश और विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के बीच बहस हो गई थी। इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी ने सीएम को सदन में माफ़ी मांगने तक को कहा था। वहीं सारी विपक्षी पार्टियां लगातार सीएम नीतीश को इस मुद्दे पर घेरते जा रही थीं। हालांकि अब उन दोनों के बीच सब कुछ ठीक और सुलह होने का दावा किया जा रहा है। वहीं अभी भी विपक्ष इस मुद्दे पर चुप रहने का नाम नहीं ले रहा और लगातार नीतीश कुमार पर निशाना साध रहा है।
जो कुछ हो रहा है बिल्कुल ठीक नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बुधवार को विधान परिषद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए साफ शब्दों में कहा कि जिस तरीके से सत्र का संचालन नीतीश कुमार की सरकार कर रही है उसे प्रत्येक व्यक्ति देख रहा है। सरकार नीतीश की है उनकी मर्जी वह जिस तरह से सदन चलाएं, उसके बारे में क्या कहना? लेकिन जो कुछ हो रहा है वह बिल्कुल ठीक नहीं है। राबड़ी देवी ने कहा कि हम लोग विपक्ष में हैं, अपने तरीके से बात को सदन में कहते हैं अब सरकार उसका संज्ञान ले या नहीं ले हम लोग क्या कर सकते हैं।
राबड़ी देवी का पुतला दहन
राबड़ी देवी से सवाल किया गया कि कल रात में मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष की मुलाकात हुई थी और अब सुलह भी हो गई है। वहीं विधानसभा अध्यक्ष सदन में भी आने लगे हैं। इस पर राबड़ी देवी ने कहा कि सदन की गरिमा और सत्ता पक्ष के विधायकों का मनोबल लगातार गिराया जा रहा है। राबड़ी देवी ने आगे कहा कि अभी जो मौजूदा स्थिति है वह बहुत खराब है और सदन में जिस तरह का माहौल बना हुआ है, वह ठीक नहीं है।
वहीं कल बिहार विधान परिषद में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती रावड़ी देवी ने जिस तरीके से अशोक चौधरी को लेकर अशोभनीय टिप्पणी की थी उसी को लेकर आज युवा जदयू के कार्यकर्ताओं राबड़ी देवी का पुतला दहन किया।
बता दें कि मंगलवार राबड़ी देवी और जदयू नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। सीएम नीतीश और स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के मुद्दे को लेकर राबड़ी देवी ने विधान परिषद में सवाल उठाया था। जिसे लेकर सत्ता पक्ष की ओर से राबड़ी देवी को मंत्री अशोक चौधरी ने रोकना टोकना शुरू कर दिया। जिसके बाद राबड़ी देवी गुस्से से लाल हो गईं और राबड़ी देवी ने अशोक चौधरी के तरफ बार बार इशारा करते हुए उन्हें दलाल कह डाला।