छपरा सदर प्रखंड अन्तगर्त डुमरी पंचायत के वार्ड 1, 2 व 9 के ग्रामीणों ने बाढ़ राहत मुआवजे की मांग को लेकर गांव के समीप मुख्य सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान उन्होंने प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप लगाया.महिलाओं ने सड़क पर नारेबाजी करते हुए कहा. कि पंचायत के बाढ़ प्रभावित 12 वार्डों मे से केवल सात वार्ड को ही बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है जबकी तीन वार्ड 1, 2 व 9 को छोड़ दिया गया है. कई बार प्रखंड सह अंचल कार्यालय जाकर अधिकारियों से गुहार लगायी गयी और यहां तक कि जिलाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा गया.
लेकिन शिकायतों पर कोई ठोस कारवाई नहीं की गई. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बाढ़ से उनके घर-बार उजड़ गए है. खाने पीने का संकट है. रसूलपुर, टिकुलिया टोला के लोगों ने बताया कि बाढ़ के दौरान उन्हें न तो पन्नी मिली और न ही सुखा राशन. अब राहत राशि भी नहीं मिल रही है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है. कि अगर जल्द राहत राशि नहीं मिली तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.
प्रदर्शन में शामिल बीडीसी कृष्णा राय, वार्ड सदस्य मंटू कुमार, संजीव कुमार, धीरज सिंह, योगेंद्र मांझी, इंद्रदेव मांझी, कमलदेव मांझी, राजकिशोर मांझी, दीनदयाल मांझी, राजेश मांझी, संजीवन मांझी, देवानंद कुमार, चंदा देवी, ज्ञान्ति देवी, शीला देवी, मीरा देवी, लालती कुंवर, संजू देवी, उमा देवी, लक्ष्मीणा देवी, आरती देवी, राजकुमारी देवी आदि का नेतृत्व कर रहे पूर्व जिप अध्यक्ष राजेंद्र राय ने कहा कि डुमरी पंचायत के वार्ड नंबर 1, 2 व 9 के साथ बाढ़ निरीक्षण पदाधिकारी द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया है. बाढ़ से पहले से ही परेशान लोगों की मुश्किलें राहत राशि में देरी से और बढ़ गई है.






















