Bihar News पुलिस ने बिहार की पूर्ण शराबबंदी को लागू करने के लिए कड़ा रुख अपनाया है. केसरिया, कल्याणपुर और मोतिहारी थाना क्षेत्र में छापेमारी के बाद पुलिस ने 1026 लीटर अंग्रेजी शराब और 401 लीटर नेपाली शराब जब्त की और इस शराब को जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदकर नष्ट कर दिया गया. सदर एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई शराब तस्करों को कड़ा संदेश देने के लिए की गई है. पुलिस अब शराब माफियाओं के खिलाफ और सख्ती की योजना बना रही है. मोतिहारी पुलिस ने उन तस्करों की सूची तैयार की है जो वर्षों से अवैध शराब के कारोबार में शामिल हैं और अब तक फरार हैं. एसडीपीओ दिलीप कुमार ने चेतावनी दी कि अगर ये माफिया पकड़े नहीं गए तो उनके घरों पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा.
एससीओ से ट्रंप को संदेश? शी जिनपिंग का बयान- शीत युद्ध और धमकाने वाली मानसिकता का विरोध जरूरी
शराब तस्करी के मामलों में फरार अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई तेज की है. कई तस्करों की दुकानों और घरों पर पुलिस ने इश्तेहार चिपकाए, बैंड बजवाया और कोर्ट का फरमान सुनाया. दरअसल, यह कार्रवाई उन तस्करों को पकड़ने के लिए की गई जो लगातार पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. मोतिहारी पुलिस ने स्पष्ट किया कि फरार तस्करों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी.
बता दें कि मोतिहारी में पुलिस पहले भी शराब तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर चुकी है. हाल ही में लोहारपट्टी मोहल्ले में 189 लीटर विदेशी शराब के साथ पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया गया था. इसी तरह मुफस्सिल और छतौनी थाना क्षेत्र में 480 बोतल नेपाली शराब और 60 लीटर चुलाई शराब जब्त की गई थी.दरअसल, बिहार में 2016 से लागू शराबबंदी के बावजूद तस्करी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. हालांकि, 2025 में शराब जब्ती में 26% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.





















