2 बार कांग्रेस, 2 बार कम्युनिस्ट पार्टी और संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी और जनता दल के प्रत्याशियों को जिताने वाली चनपटिया विधानसभा सीट पर साल 2000 से भाजपा का कब्ज़ा हैं. प्रत्याशी हर बार बदले लेकिन जीत भारतीय जनता पार्टी की ही हुई. 1957 में पहली बार चुनाव जितने वाली कांग्रेस पार्टी की केतकी देवी कांग्रेस की उम्मीदवार थी, इसके बाद साल 1972 में कांग्रेस के प्रसाद वर्मा यहां से उम्मीदवार रहें।
राजनितिक इतिहास
पश्चिमी चंपारण जिले में आनेवाली चनपटिया विधानसभा सीट पर 2015 में बीजेपी और जेडीयू के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. बीजेपी प्रत्याशी प्रकाश राय ने जेडीयू के एनएन सैनी को महज 464 वोट से हराया था. 2010 में बीजेपी के चंद्रमहोन राय ने बीएसपी के एजाज हुसैन को 23 हजार से ज्यादा वोट से हराया.
यह विधानसभा सीट पहले बेतिया लोकसभा का हिस्सा हुआ करता थी, लेकिन 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद सीट में बदलाव हुआ और इसे पश्चिमी चंपारण संसदीय सीट में अंतर्गत शामिल कर लिया गया. वही, साल 1957 से इस सीट पर चुनाव हो रहे हैं. पहले चुनाव में कांग्रेस की केतकी देवी जीतने में सफल रही थीं. 1962 और 1967 में लगातार दो बार प्रमोद मिश्रा कांग्रेस की टिकट पर यहां से जीते थे.
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1990 से पहले तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा था, लेकिन बाद में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया यहां से 1980, 1985 और 1995 में जीतने में कामयाब रही. साल 2000 के विधानसभा चुनाव से बीजेपी ने जीत का जो सिलसिला शुरू किया वह अब तक जारी है. भाजपा यहां से लगातार 5 चुनाव जीत चुकी है.
पिछले चुनाव के नतीजे
2020 में, चनपटिया में जीतने वाले प्रत्याशी उमाकांत सिंह थे, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्हें कुल 83828 वोट मिले, जो कुल वोटों का 47.69% था। दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी अभिषेक रंजन थे, जिन्हें कांग्रेस पार्टी के टिकट पर 70359 वोट मिले थे, जो कुल वोटों का 40.03% था
वही, इस सीट पर 61.46% वोटिंग हुई.
2015 में हुए विधानसभा चुनावों पर नज़र डालें तो प्रकाश राय ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। उन्हें कुल 61304 वोट मिले, जो कुल वोटों का 39.04% था। दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी एनएन साही थे, जिन्हें जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर 60840 वोट मिले थे, जो कुल वोटों का 38.74% था।
इस सीट पर कुल 63.84% वोटिंग हुई.
2010 में, चनपटिया में भाजपा के प्रत्याशी चंद्र मोहन राय ने जीत हासिल की थी, उन्हें कुल 44835 वोट मिले, जो कुल वोटों का 40.41% था। दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी एजाज हुसैन थे, जिन्हें बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर 21423 वोट मिले थे, जो कुल वोटों का 19.31% था। इस सीट पर कुल 55.77% वोटिंग हुई थी.
जातीय समीकरण:
इस सीट पर ब्राह्मण और यादव वोटरों का दबदबा माना जाता है. मुस्लिम वोटरों की भी अच्छी संख्या हैं, वहीं, भूमिहार और कोइरी भी निर्णायक भूमिका में हैं. 2010 की तुलना में 2015 में वोटिंग 8 प्रतिशत बढ़ा था. पिछले चुनाव में 63.8% वोटिंग हुई थी, जबकि 2010 में 55.7% मतदान हुआ था.
जनसंख्या:
2011 की जनगणना के अनुसार, चनपटिया विधानसभा में अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या लगभग 38,176 है जो लगभग 13.86% है। चनपटिया विधानसभा में एसटी मतदाताओं की संख्या लगभग 1,735 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 0.63% है। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 59,495 है जो मतदाता सूची विश्लेषण के अनुसार लगभग 21.6% है। ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 258,444 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 93.83% है जबकि, शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 17,022 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 6.18% है।
प्रमुख मुद्दे:
2020 में हुए चुनाव में यहां के प्रमुख मुद्दें रहें: सालों से बंद पड़ा चीनी मिल, जलजमाव, स्टील प्रोसेसिंग यूनिट और बाढ़-कटाव






















