भारत ने पहली बार डेविस कप क्वालीफायर्स में प्रवेश कर लिया. सुमित नागल ने विश्व ग्रुप वन मुकाबले में स्विटजरलैंड के प्रतिभाशाली हेनरी बर्नेट को पहले उलट एकल में शनिवार को हराकर भारत को 3-1 से जीत दिलाई. नागल को चौथे मुकाबले में जेरोम किम से खेलना था लेकिन स्विस टीम ने मौजूदा जूनियर आस्ट्रेलियाई ओपन चैम्पियन बर्नेट को उतारा जो 1-6, 3-6 से हार गए. इससे पहले दक्षिणेश्वर सुरेश और सुमित नागल ने एकल मुकाबलों में जेरोमी किम और मार्क आंद्रिया हुसलेर को हराकर भारत को 2-0 से बढत दिला दी थी.
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18 वर्षीय बर्नेट ने मैच की शुरुआत धीमी की और पहले ही गेम में सर्व गंवा दिया. हालांकि बाद में उन्होंने शानदार सिंगल-हैंडेड बैकहैंड शॉट्स से कुछ अच्छे विनर्स लगाए. नागल ने अहम ब्रेक तब हासिल किया जब बर्नेट नेट की ओर बढ़ते हुए 30-ऑल पर हाफ वॉली ठीक से नहीं खेल पाए. इससे नागल 4-1 से आगे हो गए. पहला सेट बर्नेट की डबल फॉल्ट के साथ खत्म हुआ. नागल ने दूसरे सेट में भी दबदबा बनाए रखा और शुरुआती ब्रेक हासिल करने के बाद लगातार बढ़त कायम रखी. अंत में बर्नेट की लंबी रिटर्न पर जीत पक्की हो गई.
भारत की विदेश में किसी यूरोपीय टीम पर 32 साल में यह पहली जीत है. इससे पहले लिएंडर पेस और रमेश कृष्णन ने 1993 में फ्रांस को क्वार्टर फाइनल में हराया था. भारत ने दिल्ली में 2022 में डेनमार्क को ग्रासकोर्ट पर हराया था. डेविस कप क्वालीफायर का पहला दौर जनवरी 2026 में खेला जायेगा. नागल ने जीत के बाद कहा, ‘‘यह काफी बड़ी जीत है. हम यूरोप में बहुत समय बाद जीते हैं और हमने इसके लिये काफी मेहनत की है. युगल मुकाबला कठिन था क्योंकि दोनों टीमों ने शानदार खेल दिखाया.






















