भारत ने रविवार को एशिया कप के ग्रुप-ए के हाई-वोल्टेज मुकाबले में पाकिस्तान को सात विकेट से हरा दिया. लेकिन नतीजे से ज्यादा सुर्खियां मैदान के बाहर हुईं जब भारतीय खिलाड़ियों ने मैच के बाद हैंडशेक करने से इनकार कर दिया. 128 रनों का पीछा करते हुए कप्तान सूर्यकुमार यादव नाबाद 47 रनों की बदौलत दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 15.5 ओवर में जीत दिलाई. लेकिन जीत के बाद विरोधियों से हाथ मिलाने की बजाय भारतीय खिलाड़ी सीधे ड्रेसिंग रूम लौट गए. पाकिस्तान कप्तान सलमान अली आगा और हेड कोच माइक हेसन बाद में भारतीय ड्रेसिंग रूम के पास पहुंचे, मगर वहां से कोई खिलाड़ी हैंडशेक के लिए बाहर नहीं आया. हेसन इस अनदेखी से साफ तौर पर नाराज नजर आए.
आयकरदाताओं को बड़ी खुशखबरी, आईटीआर फाइल करने के लिए बढ़ सकती है डेडलाइन
जीत के बाद पोस्ट मैच बातचीत में संजय मांजरेकर ने सूर्यकुमार से बात की. जन्मदिन पर जीत दिलाने के सवाल पर उन्होंने कहा, “यह भारत के लिए सबसे अच्छा रिटर्न गिफ्ट है.” इसके बाद उन्होंने इस जीत को भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित करते हुए कहा, “हम पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ खड़े हैं. हम अपनी एकजुटता दिखाते हैं. हम आज की जीत हमारे सशस्त्र बलों को समर्पित करते हैं जिन्होंने अद्भुत साहस दिखाया. हमें उम्मीद है वे हमें प्रेरित करते रहेंगे और हम भी उन्हें मैदान पर और जीत दिलाकर मुस्कुराने के और मौके देंगे.” उनकी इस टिप्पणी पर स्टेडियम में जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट गूंजी.
भारत का यह निर्णय मैच के दिन का दूसरा नो-हैंडशेक एपिसोड था. इससे पहले टॉस के समय भी सूर्यकुमार और आगा ने हाथ मिलाने से इनकार किया था. तनाव पहले से ही तब बढ़ गया था जब आयोजकों ने गलती से पाकिस्तान का गलत राष्ट्रगान बजा दिया था, जिसे तुरंत रोककर सही किया गया. पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी सूर्यकुमार से हैंडशेक न करने पर सवाल पूछा गया. उन्होंने वही जवाब दिया, “जिंदगी में कुछ चीजें खेल भावना से भी ऊपर होती हैं.






















