प्रशांत किशोर की पीसी शुरू हो चुका है. जन सुराज के संयोजक पीके ने उन सवालों का जवाब दिया है. जिनमें उनकी फंडिंग को लेकर सवाल उठाए गए थे. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अब खुद के साथ-साथ अपनी पार्टी और अन्य लोगों के पैसे के स्रोत और खर्च का भी खुलासा करेंगे. पीके ने बताया कि चुनावी रणनीति के काम के बदले उन्हें अब तक कुल ₹241 करोड़ रुपये मिले हैं, जिसमें से 18 प्रतिशत राशि उन्होंने जीएसटी के रूप में सरकार को जमा कराई है.
सरकार ने दी बड़ी राहत, बिना कागजात भी दर्ज होगी जमीन
प्रशांत किशोर ने खुलासा किया कि पिछले तीन सालों में चुनावी रणनीति के काम के लिए सलाह देने के बदले उन्हें ₹241 crore की राशि फीस के तौर पर मिली है. उन्होंने बताया कि इस अवधि में उन्होंने प्राप्त राशि पर लगभग ₹30 crore GST के रूप में जमा किया है और ₹20 crore Income Tax दिया है. इसके अतिरिक्त, PK ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपने व्यक्तिगत पैसे से ₹98 crore की राशि दान (donate) भी की है. उन्होंने कहा कि नवयुगा कंस्ट्रक्शन ने उनसे दो घंटे का सलाह लिया, उस के लिए फीस के तौर पर 11 करोड़ रुपये मिले.
प्रशांत किशोर ने मंत्री अशोक चौधरी पर अपना हमला तेज करते हुए वैभव विकास ट्रस्ट की फंडिंग पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जब से अशोक चौधरी की बेटी की सगाई हुई है, तब से ट्रस्ट के पास लगभग ₹100 करोड़ की राशि कहां से आई और इतनी जमीन की खरीददारी कैसे हुई. पीके ने ट्रस्ट के लोगों, जिनमें किशोर कुणाल, अनिता कुणाल, और जिया लाल आर्य शामिल हैं, सभी से इस ₹100 करोड़ की खरीददारी का स्रोत बताने को कहा.






















