हरियाणा काडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार (IPS V Poonan Kumar Case) की संदिग्ध आत्महत्या के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। घटना को आज आठ दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक उनके शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है। इस बीच राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मंगलवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान दोनों ही दिवंगत अधिकारी के परिवार से मिलने पहुंचे।
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आईएएस अधिकारी और वाई. पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी. कुमार आरोपियों की गिरफ्तारी पर अड़ी हुई हैं। वह लगातार यह मांग कर रही हैं कि उनके पति को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई हो। इस बीच राहुल गांधी का हरियाणा दौरा इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक और सामाजिक दोनों दृष्टि से एक नया आयाम देता है।

राहुल गांधी ने परिवार से मुलाकात के बाद कहा, “यह एक दलित परिवार है, जो वर्षों से भेदभाव का सामना कर रहा है। पूरन कुमार को उनके सहकर्मी अपमानित और निराश कर रहे थे, ताकि उनका करियर खत्म हो जाए। यह सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं है, बल्कि देश के करोड़ों दलितों के लिए एक गंभीर संदेश है — कि चाहे आप कितने भी सफल क्यों न हों, अगर आप दलित हैं तो आपको दबाया जा सकता है, कुचला जा सकता है।”
उन्होंने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को संबोधित करते हुए कहा, “आपने इस परिवार से जो वादा किया है, उसे निभाइए। दोषियों को गिरफ्तार कीजिए और सख्त कार्रवाई कीजिए। न्याय में देरी दलित समाज के प्रति अन्याय होगी।” राहुल गांधी के इस बयान के बाद विपक्ष ने भी केंद्र और राज्य सरकारों पर जातिगत भेदभाव को लेकर गंभीर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।

वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी दिवंगत आईपीएस अधिकारी के परिवार से मिलने पहुंचे। चिराग पासवान ने दिवंगत IPS अधिकारी वाई. पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात करने के बाद कहा, “यह दुखद घटना मौजूदा सामाजिक बुराइयों को उजागर करती है, यह दर्शाती है कि कैसे 21वीं सदी में भी लोगों को जाति, पंथ और धर्म के आधार पर सताया जाता है… आज मैं चिराग पासवान के रूप में नहीं, बल्कि उनके परिवार के सदस्य के रूप में परिवार से मिलने आया हूं। मैं हमारी सरकार का विश्वास लेकर आया हूं और उन्हें आश्वासन देता हूं कि परिवार की हर मांग पूरी की जाएगी और कार्रवाई जल्दी और बिना देरी के की जाएगी। अगर इस परिवार को न्याय नहीं मिला, तो कोई भी दलित परिवार मुख्यधारा में शामिल होने के बारे में नहीं सोचेगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस परिवार को न्याय मिलेगा। चाहे कोई व्यक्ति कितने भी बड़े पद पर क्यों न हो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।”






















