बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच सीतामढ़ी जिले के परिहार विधानसभा क्षेत्र में सोमवार को राजनीतिक तापमान अचानक चढ़ गया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की वरिष्ठ नेत्री और महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु जायसवाल ने पार्टी टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के तुरंत बाद उन्होंने डुमरा प्रखंड के विश्वनाथपुर गांव में एक जनसभा को संबोधित किया, जहां हाई वोल्टेज ड्रामा हो गया।
जानकारी के अनुसार, जनसभा के दौरान ऋतु जायसवाल ने अपनी बगावत को जायज ठहराते हुए कहा कि वे परिहार सीट पर ही लड़ेंगी, क्योंकि यहीं उनकी जड़ें हैं और जनता का भरोसा है। उन्होंने राजद नेतृत्व पर पक्षपात का आरोप लगाया और पूर्व नेता रामचंद्र पूर्वे के परिवार को निशाने पर लिया। इससे भड़की भीड़ ने जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। समर्थकों ने “ऋतु जायसवाल जिंदाबाद” और “राजद बेटा-बहू बचाओ, जनता को धोखा मत दो” जैसे नारे लगाए। कुछ उत्साही समर्थकों ने मंच पर चढ़ने की कोशिश की, जिससे हलचल मच गई। स्थानीय पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा और हालात को काबू में किया।
ऋतु जायसवाल ने जनसभा में कहा, “मैंने राजद के लिए दिन-रात मेहनत की, लेकिन अब जनता ही मेरी ताकत है। परिहार की धरती ने मुझे हमेशा अपनाया है, मैं यहां से ही लड़ूंगी।” उनके समर्थकों का आरोप है कि पार्टी ने रामचंद्र पूर्वे की बहू डा. स्मिता पूर्वे को टिकट देकर उन्हें दरकिनार किया। गौरतलब है कि 2020 के चुनाव में ऋतु जायसवाल परिहार से राजद की ओर से लड़ीं थीं, लेकिन भाजपा की गायत्री देवी से 1,569 वोटों से हार गईं।






















