बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां चरम पर पहुंच चुकी हैं, जहां राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जोरों पर है। एनडीए के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने विपक्षी महागठबंधन पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन की आंतरिक कलह और अविश्वास के कारण गठबंधन पूरी तरह ढह चुका है, और 14 नवंबर को आने वाले परिणामों के बाद इसका नामोनिशान मिट जाएगा। साथ ही, पासवान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही एक बार फिर सत्ता संभालेंगे।
पटना: नित्यानंद राय का RJD-कांग्रेस पर तीखा हमला – भ्रष्टाचार का पर्याय बताया महागठबंधन
पटना में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने महागठबंधन के घटकों- राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, वीआईपी और वाम दलों- पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “महागठबंधन में इतना घमासान मचा है कि राहुल गांधी कहां हैं? क्या यह राहुल जी और तेजस्वी यादव की नैतिक जिम्मेदारी नहीं थी कि वे बैठकर गठबंधन की बाधाओं को दूर करते? कांग्रेस की इस गैर-जिम्मेदारी ने साबित कर दिया कि वे गंभीर नहीं हैं। अगर वे पांच दलों को एकजुट नहीं रख पा रहे, तो बिहार को कैसे एकजुट रखेंगे?” पासवान ने आगे जोड़ा, “14 नवंबर को एनडीए बिहार में सरकार बनाएगा, और नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री पद संभालेंगे। महागठबंधन के ‘मुंगेरिलाल के हसीन सपने’ अब टूट चुके हैं।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर लगातार विवाद उफान पर हैं। आरजेडी ने हाल ही में 143 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिससे कांग्रेस और अन्य सहयोगी नाराज हो गए। पूर्व राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पटना पहुंचकर स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने केवल 5-10 सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ की बात कही, जिसे पासवान ने खारिज करते हुए कहा, “ऐसी फ्रेंडली फाइट नामुमकिन है। यह केवल विपक्ष को फायदा पहुंचाने वाली चाल है।”






















