बिहार में चुनावी सरगर्मी के बीच केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने लालू प्रसाद यादव पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने सिंहेश्वर के जवाहर प्लस टू हाईस्कूल, रामनगर बेला के मैदान में आयोजित जनसभा में कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तो उन्हें नीतीश कुमार ने नहीं बल्कि लालू प्रसाद यादव ने सत्ता से हटाया था, क्योंकि लालू ने अपने 35 विधायकों का समर्थन वापस ले लिया था। मांझी ने कहा कि “लालू के शासन में अपहरण उद्योग फलता-फूलता था, जबकि आज नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, महिला उत्थान और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आज बुजुर्गों को ₹1100 की पेंशन मिल रही है, जीविका दीदियों को ₹10,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि “नीतीश कुमार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की सामाजिक न्याय की परंपरा को आगे बढ़ाया है।” मांझी ने लालू परिवार पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि जो खुद भ्रष्टाचार और परिवारवाद के प्रतीक हैं, वे अब बिहार के विकास की बात करने चले हैं।
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सभा में मौजूद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भी विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार और देश की ताकत हिंदू-मुस्लिम एकता में है, विनाश में नहीं। राय ने कहा, “देश को तेजस्वी यादव जैसे भ्रष्ट नेता नहीं बल्कि वीर अब्दुल हमीद और अशफाक उल्लाह खान जैसे बलिदानी चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा कि “नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार गरीबों को भूखे नहीं सोने देते। आज हर घर में रोशनी है, सड़कों से गांव जुड़ चुके हैं, और महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं।”
केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर ने सभा में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि “कर्पूरी ठाकुर के सपनों का समाज आज साकार होता दिख रहा है, क्योंकि बिहार में शिक्षा, रोजगार, सड़क और कृषि क्षेत्र में लगातार सुधार हो रहा है।”
सभा की अध्यक्षता हम पार्टी के जिला अध्यक्ष रामजतन ऋषिदेव ने की और संचालन जदयू अध्यक्ष चंद्रदेव मुखिया ने किया। कार्यक्रम में भाजपा, जदयू, लोजपा, रालोसपा और हम दलों के कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।






















