बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले महागठबंधन ने शुक्रवार को पटना के होटल मौर्या में अपना साझा घोषणा पत्र जारी किया, जिसका नाम ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ रखा गया है। यह घोषणा पत्र राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, वीआईपी और वाम दलों जैसे भाकपा (माले) के संयुक्त प्रयास का नतीजा है। कवर पेज पर महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव की तस्वीर छपी है, जो इसे उनके नेतृत्व पर केंद्रित बनाता है। तेजस्वी ने इसे “दलों और दिलों का गठबंधन” बताते हुए कहा कि यह बिहार के पुनर्निर्माण की रूपरेखा है, न कि मात्र चुनावी वादों का संग्रह।
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घोषणा पत्र जारी करने के दौरान तेजस्वी यादव के अलावा कांग्रेस नेता पवन खेड़ा, भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और अन्य नेता मौजूद रहे। पवन खेड़ा ने कहा, “महागठबंधन ने सबसे पहले सीएम फेस घोषित किया और घोषणा पत्र जारी किया, जो बिहार के प्रति हमारी गंभीरता दर्शाता है। बिहार को पटरी पर लाना हमारा संकल्प है।”दीपांकर भट्टाचार्य ने वादा किया कि सरकार बनते ही पहले दिन से इसे लागू किया जाएगा।
महागठबंधन ने घोषणा पत्र को “20 दिनों का प्रतिज्ञा पत्र” करार दिया है, जिसमें सत्ता में आने के 20 दिनों के अंदर प्रमुख कानून बनाए जाने का दावा किया गया है। यह बिहार के युवाओं, महिलाओं, किसानों और अति पिछड़ों (ईबीसी) को लक्षित करता है। यहां प्रमुख वादों की झलक है






















