प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने आधिकारिक ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, “भारत सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है। वे भारत के एकीकरण के पीछे प्रेरक शक्ति थे और इस प्रकार उन्होंने हमारे राष्ट्र के प्रारंभिक वर्षों में इसके भाग्य को आकार दिया। राष्ट्रीय अखंडता, सुशासन और जनसेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। हम एकजुट, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के उनके दृष्टिकोण को बनाए रखने के अपने सामूहिक संकल्प की भी पुष्टि करते हैं।”
सरदार पटेल, जिन्हें ‘लौह पुरुष’ के नाम से जाना जाता है, ने स्वतंत्र भारत के एकीकरण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। 562 रियासतों को भारतीय संघ में मिलाने का उनका कार्य आज भी राष्ट्रीय एकता का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर देशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गुजरात के केवड़िया में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर विशेष समारोह हो रहे हैं, जहां पीएम मोदी भी उपस्थित रह सकते हैं।
सरदार पटेल की विरासत को जीवंत रखने के लिए सरकार ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विज़न को और मजबूत करने का संकल्प लिया है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी 562 रियासतों (Princely States) का भारतीय संघ में विलय। ब्रिटिश शासन के दौरान ये रियासतें अप्रत्यक्ष रूप से ब्रिटिश क्राउन के अधीन थीं। 15 अगस्त 1947 को जब भारत आजाद हुआ, यदि ये रियासतें स्वतंत्र रहतीं, तो भारत का नक्शा टूटा-फूटा और अस्थिर होता। यहीं पर सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी दूरदर्शिता, कूटनीति और दृढ़ इच्छाशक्ति से इतिहास रचा।






















