बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच राजनीतिक बयानबाजी अपने चरम पर है। हर दल जनता को साधने और मुद्दों को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश में जुटा है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले आरोपों पर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (PK) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। PK ने कहा कि बिहार में वोट चोरी कभी चुनावी मुद्दा नहीं रहा और न ही जनता इस बात को लेकर चिंतित है। उनके अनुसार, बिहार के लोग विकास, रोजगार और शिक्षा जैसे असली मुद्दों पर चर्चा चाहते हैं, न कि राजनीतिक बहानों पर।
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प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा, “बिहार में वोट चोरी का मुद्दा न कभी था, न है। राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, भाजपा से लड़ें, लेकिन बिहार की जनता को इससे कोई मतलब नहीं है। यहां के लोग जानना चाहते हैं कि राज्य की बदहाली कब खत्म होगी, नौजवानों को रोजगार कब मिलेगा और शिक्षा की हालत कब सुधरेगी। इसका वोट चोरी से क्या लेना-देना?”
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PK ने अपने बयान में साफ किया कि अगर दिल्ली या किसी अन्य राज्य में वोट चोरी की शिकायतें हैं, तो वहां की संस्थाओं से निपटिए, सुप्रीम कोर्ट जाइए, लेकिन बिहार के चुनाव को इस बहस में न घसीटिए। उन्होंने कहा, “बिहार के गांव-गांव में कोई यह नहीं कहता कि उसका वोट चोरी हो गया। यहां ऐसा कोई मुद्दा ही नहीं है। जो मुद्दे असल में बिहार को प्रभावित करते हैं — बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पलायन — उन पर कोई बात नहीं कर रहा।”






















