बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के दूसरे चरण में मंगलवार को अररिया जिले की फारबिसगंज सीट उस समय राजनीतिक तनाव का केंद्र बन गई जब कांग्रेस और भाजपा समर्थक आपस में भिड़ गए। यह झड़प मतदान के दौरान कॉलेज चौक के पास हुई, जिससे कुछ समय के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि प्रशासन की तत्परता और पुलिस हस्तक्षेप से स्थिति पर काबू पा लिया गया, लेकिन इस घटना ने चुनावी निष्पक्षता और स्थानीय राजनीतिक तापमान पर कई सवाल खड़े कर दिए।
घटना की शुरुआत एक मामूली सी दिखने वाली बात से हुई। बताया जा रहा है कि भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी पर लगे पार्टी झंडे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई। जवाब में भाजपा समर्थकों ने भी कांग्रेस प्रत्याशी की गाड़ी पर लगे झंडे को लेकर विरोध दर्ज कराया। यह कहासुनी कुछ ही मिनटों में विवाद में बदल गई और दोनों दलों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए।
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सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस प्रत्याशी मनोज विश्वास और किरकिचिया पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि कफिल अंसारी मौके पर पहुंचे, जिसके बाद स्थिति और गर्म हो गई। सैकड़ों कार्यकर्ता जुट गए और नारेबाजी शुरू हो गई। कांग्रेस समर्थकों ने भाजपा प्रत्याशी विद्यासागर केशरी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया, जिससे स्थिति और बिगड़ने लगी।
इस बीच फारबिसगंज के एसडीओ रंजीत कुमार रंजन, एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा और थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने दोनों पक्षों को शांत कराया और मतदान प्रक्रिया को पुनः सामान्य कराया। भीड़ को हटाने के बाद पुलिस ने निष्पक्षता बनाए रखने के लिए दोनों प्रत्याशियों की एक-एक गाड़ी जब्त कर ली।






















